• सिजेरियन प्रसव के साथ लोगों को मिल रही जनरल सर्जरी की सुविधा
• पिछले 68 दिनों में 100 सफल जनरल सर्जरी और 21 सिजेरियन प्रसव
• मेडिकल टीम के संयुक्त प्रयास से घर के नजदीक मिल रही इलाज की सुविधा
• सीएमओ ने कहा – सीएचसी में चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार हो रहा विस्तार
वाराणसी। रामेश्वर निवासी 53 वर्षीय रमेश (काल्पनिक नाम) करीब 15 वर्षों से अंडकोष में सूजन (हाइड्रोसील) से परेशान थे। बीमारी के चलते सामाजिक तिरस्कार का भी सामना कर रहे थे। आर्थिक तंगी की वजह से निजी अस्पताल में इलाज नहीं करा पा रहे थे और सरकारी अस्पताल जाने में झिझक रहे थे। घर का खर्च एक छोटी सी पान की दुकान से चलता था। इस बीच आशा कार्यकर्ता उनके इलाज के लिए मुलाक़ात करती रहीं। आशा के समझाने पर इसी साल 18 जनवरी को सीएचसी हाथी बाजार में हाइड्रोसील का आपरेशन कराया। इसके बाद हर्निया की भी समस्या होने लगी जिसका इलाज बीते बुधवार को कराया। अब वह खुश हैं। परिजन भी इलाज की चिंता से मुक्त हो चुके हैं।
बरकी राजेश (काल्पनिक नाम), 38 वर्षीय पिछले आठ वर्षों से हाइड्रोसील (अंडकोष में सूजन) की समस्या परेशान थे। पिता की मृत्यु 15 साल पहले हो गई थी। तीन भाइयों में सबसे बड़े होने के कारण पूरे परिवार की जिम्मेदारी उन्हीं पर है। आर्थिक तंगी के साथ इस बीमारी से परेशान राजेश इसका जल्द से जल्द इलाज करवाना चाहते थे, क्योंकि वह नहीं चाहते थे कि वह समाज में हंसी के पात्र बनें। कुछ दिनों पहले जब पता चला कि घर के नजदीक ही सीएचसी हाथी बाजार में इसका आपरेशन हो जाएगा तो आशा कार्यकर्ता और सीएचओ की मदद से सीएचसी हाथी में इलाज कराया। राजेश की माँ और वह खुद के इलाज से खुश हैं।
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रमेश और राजेश की तरह कई मरीज हैं जिनका आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) हाथी बाजार पर सफलतापूर्वक इलाज हुआ और उन्हें नया जीवन मिला। वर्ष 1979 में ट्रस्ट की ओर से बने अस्पताल को 20 फरवरी 2001 में स्वास्थ्य विभाग को समर्पित किया गया। तब यह सामान्य सीएचसी था। इसके बाद 17 जून 2021 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी होने पर सीएचसी हाथी बाजार को गोद लिया। इसके ठीक एक साल बाद 30 जुलाई 2022 को सीएचसी हाथी को प्रथम संदर्भन इकाई (एफ़आरयू) में उच्चीकरण किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोद ली गई सीएचसी हाथीबाजार (एफ़आरयू) में चिकित्सीय व स्वास्थ्य सुविधाओं को लगातार बढ़ाया जा रहा है। पिछले साल जुलाई में सामान्य सर्जरी की सुविधा शुरू की गई थी। यहाँ सिजेरियन प्रसव, हाइड्रोसील, हर्निया, पाइल्स, स्तन में गांठ, पेट में गांठ, पथरी, गिल्टी, लाइपोमा, पित्त की थैली में पथरी सहित अन्य इलाज की सुविधा मौजूद है। प्रत्येक सप्ताह सोमवार, बुधवार, गुरुवार और शनिवार को जनरल सर्जरी की जाती है।
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नोडल अधिकारी सेवापुरी डॉ यतीश भुवन पाठक, मंडलीय सलाहकार डॉ आरपी सोलंकी, सीएचसी अधीक्षक डॉ हंसराज, कायाकल्प के नोडल अधिकारी डॉ जीतेश नारायण राय (डेंटल सर्जन) व समस्त स्टाफ के अथक प्रयास की वजह से सीएचसी हाथी को पिछले साल कायाकल्प अवार्ड मिला था। एफआरयू नोडल अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा, डॉ यतीश भुवन पाठक, डॉ आरपी सोलंकी, डॉ हंसराज, पीएचसी सेवापुरी के प्रभारी डॉ देवदत्त सिंह सहित समस्त स्टाफ इस साल भी अवार्ड के लिए प्रयास कर रहे हैं।
सीएचसी के अधीक्षक डॉ हंसराज ने कहा कि मेडिकल टीम में एमबीबीएस सर्जन (लैप्रोस्कोपी व जनरल) डॉ आरबी सिंह, आर्थो सर्जन डॉ देवेंद्र कुमार, प्रसूति व स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अंजली शर्मा, डॉ सरोज चौहान, पैथालोजिस्ट डॉ जय गोविंद सहित ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक अनूप कुमार मिश्रा, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र चौहान, फार्मासिस्ट सुनील बच्चन, एलटी विवेक सिंह, स्टाफ नर्स अर्चना, एएनएम सुनीता, आया जड़ावती, वार्डब्वाय सतेन्द्र, आयुष्मान मित्र वीरेंद्र और राकेश के संयुक्त प्रयास से सीएचसी में सामान्य मरीजों एवं आयुष्मान पात्र लाभार्थियों को सभी चिकित्सीय व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। सीएचसी में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में समुदाय को जागरूक करने के लिए आशा, एएनएम, सीएचओ के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व जन प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जा रहा है।
बीपीएम अनूप कुमार मिश्रा ने बताया कि सीएचसी हाथी में 30 जुलाई 2022 से अब तक 100 सफल जनरल सर्जरी की जा चुकी हैं। इसमें हाइड्रोसील के 57, हर्निया के 8, स्तन में गांठ के 6, लाइपोमा (चर्बी की गांठ) के 5, गांठ या गिल्टी के 15, अल्सर के 2, फटे कान की 4 सहित अन्य सर्जरी हो चुकी हैं। इसके अलावा 21 सिजेरियन प्रसव, 9 मिनी लैप महिला नसबंदी व 6 हड्डी सर्जरी हुई हैं। सीएचओ, एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं की ओर से चिन्हित किए गए मरीजों के इलाज की प्रक्रिया निरंतर जारी है।
रिपोर्ट-संजय गुप्ता