इंदौर में कोरोना वायरस के कारण लगातार 2 दिनों में दो डॉक्टरों की मौत हो गई. पहली मौत 9 अप्रैल को डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की हुई, वो इंदौर के खातीपुरा के रहने वाले थे. दूसरी मौत 10 अप्रैल को ब्रह्मबाग कालोनी में रहने वाले डॉक्टर ओमप्रकाश चौहान की हुई. हैरान करने वाली बात ये कि दोनों ही डॉक्टर पिछले दिनों मरीजों का इलाज कर रहे थे.
डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी की उम्र करीब 68 साल थी. डॉक्टर पंजवानी काफी लंबे समय से इंदौर के खातीपुरा में खुद के क्लीनिक से मरीजों का इलाज कर रहे थे. पंजवानी एमबीबीएस एमडी थे. परिवार में उनकी पत्नी और तीन लड़के हैं जो अमेरिका में रहकर काम कर रहे हैं. मौत के बाद उनके लड़को ने अमेरिका से ही वीडियो कॉल कर उनके अंतिम दर्शन किये.
डॉक्टर शत्रुघ्न ने अपना एक वीडियो भी वायरल किया था, जिसमें उन्होंने खुद के स्वस्थ्य होने की बात कही थी लेकिन उसके कुछ ही दिन बाद वह बीमार हो गए और उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. डॉक्टर शत्रुघ्न की मौत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग उनकी हिस्ट्री नहीं निकल पाया है कि उन्हें कोरोना हुआ कैसे? संभावना यही व्यक्त की जा रही है कि किसी मरीज से उन्हें कोरोना हुआ.
वहीं 10 अप्रैल को इंदौर में कोरोना से एक और डॉक्टर ओमप्रकाश चौहान की मौत हो गई. ब्रह्मबाग कालोनी में रहने वाले डॉक्टर ओमप्रकाश चौहान पिछले काफी समय से अपने प्राइवेट क्लीनिक में स्थानीय लोगों का इलाज कर रहे थे. डॉक्टर चौहान को कोरोना संक्रमित होने के बाद सबसे पहले सुयश हास्पिटल में भर्ती किया गया था. लगातार इलाज के बाद भी उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो रहा था और उनकी स्थिति खराब होती चली गई. डॉक्टर चौहान को बाद में अरविन्दो अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां पर उपचार के दौरान उनकी मौत गई.
गौरतलब है कि चीन के वुहान शहर से फैली कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप भारत समेत पूरी दुनिया इन दिनों झेल रही है. भारत में कोरोना वायरस के कुल पॉजिटिव मामले 29, 435 हो चुके हैं. जिसमें 21632 सक्रिय मामले, 6868 ठीक / डिस्चार्ज, 934 मौतें और 1 माइग्रेट शामिल हैं.