यूक्रेनी ड्रोन ने गुरुवार को रूस के बश्किरिया क्षेत्र में एक प्रमुख तेल प्रसंस्करण संयंत्र पर करीब 1,500 किलोमीटर की दूरी से हमला किया। युद्ध की शुरुआत के बाद से यह सबसे लंबी दूरी का हमाल है। यूक्रेन ने दक्षिणी रूस में दो तेल डिपो को भी निशाना बनाया। वह महत्वपूर्ण उर्जा प्रतिष्ठानों पर हमला करके अग्रिम पंक्ति के रूसी बलों को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। कीव के एक खुफिया सूत्र ने यह जानकारी दी।
रूस की आपातकालीन सेवा के अधिकारियों ने कहा, ड्रोन हमले में रूस के सबसे बड़े तेल संयंत्र, पेट्रोकेमिकल और उर्वरक परिसर में एक पंपिंग स्टेशन की इमारत क्षतिग्रस्त हुई। क्षेत्र के गवर्नर ने कहा, हमले के बावजूद संयंत्र सामान्य रूप से काम कर रहा है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं की गई है कि ड्रोन कहां से लॉन्च किया गया था और यह किस तरह का उपकरण था। यूक्रेन का नजदीकी सरकारी हिस्सा करीब 1,400 किलोमीटर दूर है।
कीव के सूत्र ने कहा कि ड्रोन ने 1,500 किलोमीटर की उड़ान भरी और रूस के सैन्य परिसर में लगाई गई रिफाइनरियां और तेल डिपो को निशाना बनाया गया। वहीं, मॉस्को का कहना है कि इस तरह के हमले आतंकवाद का कृत्या है। उसने मार्च के मध्य से यूक्रेन के उर्जा बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाने वाली बदले की कार्रवाई की है।
नाटो के एक अधिकारी ने अप्रैल के शुरुआत में कहा था कि कीव ने साल की शुरुआत से ही रूस में तेल प्रसंस्करण सुविधाओं पर अपने ड्रोन हमलों को तेज कर दिया है, जिससे रूस की तेल शोधन क्षमता का 15 फीसदी बाधित हो रहा है।