लखनऊ/चंडीगढ़। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य तथा ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने आज (8 नवम्बर) चंडीगढ़ के सेक्टर 38-बी में स्थित केंद्रीय सरकारी विभागों के अधिकारियों के लिए जनरल पूल आवासीय आवास का उद्घाटन किया। इस परियोजना से चंडीगढ़ में अधिकारियों के आवास की उच्च मांग को पूरा करने की उम्मीद है, क्योंकि चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण विभागों की मौजूदगी है।
दिव्यांगों के लिए अनिवार्य पहुंच मानक करें स्थापित, सुप्रीम कोर्ट का केंद्र को निर्देश
इस अवसर पर, मंत्री ने वर्चुअल मोड के माध्यम से जनरल पूल आवासीय आवास परिसर, पॉकेट-सी जानकीपुरम, लखनऊ का भी उद्घाटन किया* जिसका निर्माण भी सीपीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया है।
लखनऊ में नया जीपीआरए कॉम्प्लेक्स
आवासीय परिसर में 11.85 एकड़ भूमि पर 115 आवास निर्मित किये गये हैं, जिसमें टाइप-2 के 64 आवास, टाइप-3 के 16 आवास, टाइप-4 के 24 आवास, टाइप-5 के 8 आवास तथा टाइप-6 के 3 आवास निर्मित किये गये हैं। निर्मित कुल प्लिंथ क्षेत्रफल 11661 वर्गमीटर है। आवासीय परिसर न केवल आधुनिक वास्तुकला का उदाहरण है, बल्कि इसे हरित मानकों के अनुरूप भी निर्मित किया गया है, जिसके अन्तर्गत एलईडी फिटिंग, डुअल फ्लशिंग सिस्टम, यूपीवीसी/एल्यूमीनियम विंडो, एएसी ब्लॉक, कम वीओसी पेंट के साथ-साथ सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा वर्षा जल संचयन की व्यवस्था की गयी है।
आवंटियों की सुविधा के लिए आवासीय परिसर में पर्याप्त कार पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है तथा सुविधाजनक आवागमन के लिए 20 फीट चौड़ी सड़क भी उपलब्ध करायी गयी है। आवंटियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इस विशाल भवन परिसर में तीन पार्क तथा एक वॉकिंग ट्रैक का भी निर्माण कराया गया है। लखनऊ के पॉकेट सी जानकीपुरम में जीपीआरए कॉम्प्लेक्स का निर्माण इस शहर के बुनियादी ढांचे और जीवन की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
Please watch this video also
इस परियोजना के माध्यम से न केवल केंद्रीय अधिकारियों/कर्मचारियों को बेहतर आवास मिलेगा, बल्कि इससे आसपास के क्षेत्रों में विकास की नई संभावनाएं भी खुलेंगी। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए एक शहर में बसना बहुत मुश्किल है, क्योंकि इस सेवा में तबादलों के बाद उन्हें अलग-अलग स्थानों पर जाना पड़ता है। इसलिए सरकार को उनके रहने की व्यवस्था करनी पड़ती है।
मंत्री ने कहा कि पूरे भारत में सीपीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित 2.5 लाख मकान हैं, जो सभी आवंटित हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि आवास सभी के लिए महत्वपूर्ण है और एक मेहनती कर्मचारी के लिए अपने सिर पर छत होना बहुत जरूरी है, ताकि वह अपने परिवार के साथ आनंद ले सके।
इस अवसर पर मंत्री ने नवनिर्मित क्वार्टरों का भी दौरा किया। सीपीडब्ल्यूडी के विशेष महानिदेशक गुरबख्श सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ में केंद्र सरकार के कई विभाग स्थित हैं, इसलिए सीजी आवासों की बहुत मांग है।
उन्होंने कहा कि आज का अवसर न केवल आवासीय परियोजना के पूरा होने का मील का पत्थर है, बल्कि केंद्र सरकार के अधिकारियों का एक ऐसा समाज बनाने में भी योगदान देता है जो ‘एकता के लिए एक राष्ट्र’ के नारे के साथ उच्च मूल्यों वाले राष्ट्र के निर्माण के लिए एकजुटता और ज्ञान-साझाकरण की सामाजिक संरचना बनाने में मदद कर सकता है।
केंद्र सरकार के लिए नवनिर्मित आवासीय परिसर को प्रदर्शित करने वाली एक संक्षिप्त प्रस्तुति भी थी। इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ के डीसी श्री विनय प्रताप सिंह, सीपीडब्ल्यूडी और अन्य विभागों के कर्मचारी भी शामिल हुए। मंत्री ने परियोजना में शामिल पूरी टीम के साथ एक समूह तस्वीर भी खिंचवाई। कार्यक्रम का समापन चंडीगढ़ के सीपीडब्ल्यूडी के अधीक्षक अभियंता दशरथ सिंह पंवार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी