लखनऊ। मिशन शक्ति फेज़ 5 के तहत रक्षा अध्ययन विभाग और महिला अध्ययन संस्थान के सहयोग से साइबर सुरक्षा और सुरक्षा पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के 250 से अधिक छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने भाग लिया।
कला संकाय के डीन प्रो अरविंद मोहन ने रोज़मर्रा के जीवन में तकनीक की भूमिका और इसके संभावित नकारात्मक प्रभावों पर चर्चा की। प्रॉक्टर राकेश द्विवेदी ने विश्वविद्यालय परिसर में साइबर सुरक्षा और सुरक्षा पर चर्चा की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ मानीनी श्रीवास्तव, मिशन शक्ति की नोडल अधिकारी ने मिशन शक्ति फेज़ 5 के तहत आयोजित कार्यक्रमों में अपनाए गए समग्र दृष्टिकोण पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसी समग्र दृष्टिकोण का हिस्सा है साइबर सिक्योरिटी।
मुख्य वक्ता साइबर कॉप प्रो त्रिवेणी सिंह ने समाज में हो रहे विभिन्न साइबर अपराधों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने साइबर हाइजीन और सुरक्षा उपायों की भी जानकारी साझा की। डॉ संगीता शर्मा ने सुरक्षा और अपराध रोकथाम से संबंधित हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी, विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ अपराधों के संदर्भ में।
प्रो ओपी शुक्ला, पूर्व अध्यक्ष, रक्षा अध्ययन विभाग और कार्यक्रम के मुख्य आयोजक ने साइबर सुरक्षा जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया। इस कार्यक्रम का सफल समन्वय डॉ शबीना और डॉ मिश्रा द्वारा किया गया। कार्यक्रम ने छात्रों और शिक्षकों को डिजिटल दुनिया में सुरक्षित और जिम्मेदार व्यवहार करने के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरणों से सशक्त बनाने के विश्वविद्यालय के संकल्प को दर्शाया।