लखनऊ। चर्चित उन्नाव रेप कांड में पुलिस Witness गवाह यूनुस खान का शव कब्र से खुदवा सकती है। मौलवी को भी बातचीत के लिए पुलिस ने माखी थाने पर बुला लिया है।
Witness के घर के बाहर
यह खबर गांव में फैलते ही Witness गवाह यूनुस के घर के बाहर भीड़ जुटाने लगी है। हालांकि कि पुलिस-प्रशासन की तरफ से अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
सीओ सफीपुर विवेक रंजन राय ने बीती रात 2 बजे तक पीड़ित के घरवालों को समझाने का प्रयास किया। सीओ की ओर से पीड़ित परिवार के घर वालों कहा गया जब बीमारी से मौत हुई है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है।
यह एक जांच का बिंदु है ऐसे में प्रशासन शव को खुदवाने से लेकर दफ़नाने तक की जिम्मेदारी लेता है। हालांकि यूनुस खान के घर वालों की तरफ से शव को खोदने से इंकार कर दिया गया है।
पुलिस और मृतक के घर वालों के बीच बातचीत चल रही है। सुबह से गांव में भीड़ जुटने लगी है। पुलिस की ओर से गांव में फोर्स तैनात करने की तैयारी की जा रही है साथ ही माइक भी लगा दी गई है। जिला प्रशासन शव के पोस्टमार्टम की तैयारी में भी लग गया है। हालांकि अभी सीओ ने यह खुलासा नहीं किया है कि शव को खोदा जाएगा। मृतक के भाई का कहना है कि पुलिस शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराने की बात कह रही है।
पत्नी शबीना का कहना है कि
यूनुस की पत्नी शबीना का कहना है कि पति की मौत बीमारी से हुई है। आरोप लगाया कि उसे पीड़िता के चाचा की ओर से रुपये का लालच दिया जा रहा था। बोली, अगर पति के वजन के बराबर रुपया तौल देंगे तब भी झूठी गवाही नहीं देगी।
उसका कहना था कि अगर सीबीआई ने पति को चश्मदीद गवाह बनाया होता तो उसकी जानकारी देते। तब पति के मौत की सूचना सीबीआई और पुलिस को दी जाती। अभी तक उन्हें यह भी जानकारी नहीं दी गई थी कि यूनुस सीबीआई का गवाह है।
पीड़िता के चाचा ने एक बार फिर से प्रदेश और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उसका कहना था कि सीबीआई की ओर से चार्जशीट लगने के बाद भी विधायक को पार्टी से निकाला नहीं गया। उसका कहना है कि विधायक के समर्थकों के दबाव में यूनुस के घरवाले पोस्टमार्टम नहीं करा रहे हैं। एक बार फिर मांग की है कि शव का पोस्टमार्टम कराया जाए।