- करीब एक महीने तक लखनऊ में चलेगा साहित्य, संस्कृति, शिक्षा, मनोरंजन,शिल्प, स्वाद एवं संस्कार का महासंगम।
- उत्तर प्रदेश के जनपदों के उत्पादों के साथ देश-विदेश के प्रमुख हस्तशिल्प कारीगर करेंगे कौशल का प्रदर्शन।
लखनऊ। मां गायत्री जन सेवा संस्थान’ एवं ‘भारतीय जनता स्वराज सेना सामाजिक संगठन’ के निर्देशन में उत्तर प्रदेश हस्तशिल्प महोत्सव का आयोजन लखनऊ में आशियाना के सेक्टर जे स्थित कथा मैदान में 29 नवम्बर से 26 दिसंबर के बीच किया जाएगा। दर्शकों, ग्राहकों एवं पर्यटकों को संस्कृति महोत्सव में उत्तर प्रदेश के साहित्य, संस्कृति, शिक्षा, सिनेमा-संगीत, शिल्प, स्वाद एवं संस्कार का महासंगम देखने को मिलेगा। यह जानकारी आयोजन समिति के अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह ने दी। अरुण प्रताप सिंह ने आगे बताया की महोत्स्व में यूपी सरकार की योजनाओं के प्रचार-प्रसार सहित उत्तर प्रदेश सरकार की योजना एक जिला एक उत्पाद के तहत सभी 75 जनपदों के विशिष्ट उत्पादों के स्टॉल भी लगवाए जा रहे हैं।
महोत्सव के प्रभारी विनय दुबे एवं रनवीर सिंह ने बताया की महोत्सव में मंच कार्यक्रमों का भव्य शुभारम्भ तीस नवंबर को होगा। महोत्सव में कश्मीरी, लुधियाना सहारनपुर,असम,केरल के उत्पादों सहित झूले एवं स्वादिष्ट व्यंजन के स्टॉल होंगे। संकल्पना संयोजक डॉ. अतुल मोहन सिंह ने बताया कि हस्तशिल्प महोत्सव के प्रत्येक दिन को इंद्रधनुष के एक विशेष रंग को समर्पित किया गया है। इस दौरान प्रथम सत्र में संगोष्ठी,व्याख्यान, द्वितीय सत्र में प्रतियोगिताएं एवं तृतीय सत्र में सांस्कृतिक संध्या तथा सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के प्रख्यात कलाकारों के हुनर से बॉलीबुड नाइट, स्प्रिचुअल नाइट, कॉमेडी नाइट, फोक म्यूजिक नाइट, डांसिंग नाइट, फैशन शो को सजाया जाएगा। आठवें दिन विराट कवि सम्मेलन होगा। हस्तशिल्प महोत्सव का शुभारंभ गोमय दीपोत्सव एवं समापन समारोह बृज की होली से किया जायेगा। आयोजन समिति के उपाध्यक्ष एवं भारतीय जनता स्वराज सेना के संस्थापक अध्यक्ष अमित सोनकर ने बताया की सुरक्षा के दृष्टिगत परिसर को सीसीटीवी कैमरों एवं सुरक्षा गार्ड से लैस त्रिस्तरीय घेरा बनाया जाएगा।
महोत्सव संयोजक के रूप में सुमित कुमार भौमिक एवं पीयुष दुबे का अहम सहयोग रहेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी अनीता वर्मा एवं विजय गुप्ता से सांस्कृतिक कार्यक्रमो के लिए पंजीकरण 8005030475 एवं 8303286808 नम्बर्स पर संपर्क किया जा सकता है। महोत्सव के मुख्य सहयोगी एसआर ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन, ड्रीम्ज ग्रुप, राजेश मसाला, शाश्वत क्लब, सिमेश एनर्जी, लोक कला महोत्सव हैं।