आठ साल से कप्तानी कर रहे विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को एक बार भी खिताब नहीं दिला सके. यहां तक कि टीम उनकी कप्तानी में सिर्फ एक बार फाइनल में पहुंची है. इस सीजन में भी किसी तरह प्लेआफ में पहुंची आरसीबी की टीम एलिमिनेटर में सनराइजर्स हैदराबाद से मिली हार के बाद खिताबी रेस से बाहर हो गई है. इस पर अब पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर और सुनील गावस्कर ने विराट कोहली को जमकर खरी खोटी सुनाई है.
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर और कोलकाता नाइटराइडर्स को अपनी कप्तानी में दो बार खिताब जिता चुके गौतम गंभीर ने कहा, बात सिर्फ इसी एक साल की नहीं है. मुझे कोहली से कोई व्यक्तिगत समस्या नहीं है, लेकिन उन्हें आगे बढ़कर ये कहने की जरूरत है कि टीम के ऐसे प्रदर्शन के लिए वो जिम्मेदार हैं.
गंभीर ने कहा, आठ साल लंबा, बहुत लंबा वक्त होता है. देखिए आर. अश्विन के साथ क्या हुआ. दो साल किंग्स इलेवन पंजाब का कप्तान रहने के बाद जब नतीजे नहीं दे पाए हो उन्हें हटा दिया गया. हम एमएस धोनी की बात करते हैं, रोहित शर्मा की बात करते हैं, लेकिन विराट कोहली की नहीं.
गंभीर ने कहा, धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स को तीन खिताब जिताए हैं. रोहित शर्मा ने मुंबई इंडियंस को चार. अगर वे लंबे समय से टीम के कप्तान हैं तो सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने नतीजे दिए हैं. मुझे कोई संदेह नहीं कि अगर रोहित आठ साल तक सफलता हासिल नहीं कर पाते तो उन्हें भी कप्तानी से हटा दिया जाता. अलग अलग खिलाड़ियों के लिए अलग पैमाने नहीं होने चाहिए.
गौतम गंभीर ने कहा, मुझे आरसीबी के हेड कोच, सपोर्ट स्टाफ और बल्लेबाजी कोच के लिए बेहद बुरा लग रहा है. हर साल आरसीबी का नया कोच बनाया जाता है, लेकिन समस्या इन सबमें नहीं है, बल्कि लीडरशिप में है. जब तक आप लीडरशिप को जवाबदेह नहीं बनाएंगे तब तक इसी तरह का रिजल्ट आता रहेगा.
आईपीएल 2020 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के प्रदर्शन को लेकर पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा, विराट कोहली ने जिस तरह के उंचे मानदंड तय किए हैं, वो कह सकते हैं कि उन्होंने उस हिसाब से प्रदर्शन नहीं किया. और आरसीबी का सफर टूर्नामेंट में खत्म होने की ये बड़ी वजह है. क्योंकि जब कोहली एबी डिविलियर्स के साथ मिलकर बड़े रन बनाते हैं तो टीम का स्कोर विशाल होता है.
गावस्कर ने साथ ही कहा, मुझे लगता है कि शिव दुबे की भूमिका भी तय किए जाने की जरूरत है. दुबे को काफी नीचे उतारा गया और सुंदर को कभी पहले तो कभी बाद में बल्लेबाजी कराई गई. अगर दुबे की भूमिका तय करते हुए उन्हें ये बताया जाए कि उन्हें मैदान पर जाकर गेंद का कचूमर निकाल देना है तो इससे कुछ मदद मिल सकती है. दुबे फिलहाल असमंसज में लग रहे हैं.