• 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय से शुरू हुआ बाल स्वास्थ्य पोषण माह
• 1.59 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य
औरैया। जनपद के स्वास्थ्य केंद्रों पर बुधवार से बाल स्वास्थ्य पोषण माह की शुरुआत हुई। स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों में नौ माह से पांच साल तक बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी गई। 50 शैय्या जिला संयुक्त चिकित्सालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना श्रीवास्तव की मौजूदगी में जिला अध्यक्ष श्री राम मिश्रा ने अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने यहां बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई। उन्होंने शासन द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित की जा रही जन उपयोगी योजनाओं की जानकारी दी।
एक माह तक चलने वाले इस अभियान में नौ माह से लेकर पांच साल तक के करीब 1.59 लाख शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। अभियान प्रत्येक सप्ताह बुधवार और शनिवार को नियमित टीकाकरण के साथ चलाया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह बुधवार और शनिवार को अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान टीकाकरण केंद्रों पर आने वाले नौ माह से लेकर पांच साल तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जाएगी। नौ से बारह माह तक के बच्चों को आधी चम्मच यानी एक एमएल, एक से पांच साल तक के बच्चों को दो एमएल दवा दी जानी है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 1.59 लाख बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि विटामिन ए से रोग प्रतिरोधक प्रणाली मजबूत होती है। स्किन भी सही होती है। हड्डियां मजबूत और घाव भरने में भी मदद करती है। विटामिन ए में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है, जो आंखों की बीमारियों के खतरे कम करता है। इम्यून सिस्टम के कार्यों को बेहतर बनाने और दिल, फेफड़े, किडनी के साथ ही शरीर के दूसरे आवश्यक अंगों के कार्यों को भी सामान्य रखने के लिए विटामिन ए की भूमिका काफी अहम होती है। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान नौ से 12 माह के 9562 , एक से दो साल के 36032 , दो से पांच साल के 113497 बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई जानी है। इसका माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है। ब्लाक वार लक्ष्य निर्धारित कर जिम्मेदारी दे दी गई है।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक , सहयोगी संस्था यूनिसेफ और यूएनडीपी के प्रतिनिधि सहित बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं मौजूद रहे।
रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर