लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि वर्ष 2014 में सम्पूर्ण देश ने चौकीदार का चुनाव करके यह आशा की थी कि देश की धन दौलत के साथ साथ बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा तथा मंहगाई और सामान्य जनभावनाओं की सुरक्षा पर चौकीदार की नजर रहेगी परन्तु अफसोस यह है कि बैंकों का हजारों करोड़ रूपया चौकीदार के गुजरात प्रदेश के ही लोग लेकर भाग गये।
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चौकीदार के करीबी रहे
ऐसा लगता है कि वे सब चौकीदार के करीबी रहे होंगे। बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा के नाम पर भी चौकीदार जीरों रहा क्योंकि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय जैसी विश्व प्रसिद्व संस्था ने बेटियों पर पुलिसिया लाठीचार्ज बनारस में चौकीदार की उपस्थिति के बावजूद किया गया तथा उ.प्र. में आंगनबाडी कार्यकत्रियों तथा महिला शिक्षामित्रों पर पुलिसिया लाठीचार्ज चौकीदार की शह एवं मुख्यमंत्री के इशारे पर किया गया।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि सामान्य जनभावनाओं का सम्मान भाजपा शासन में केवल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के सदस्यों को ही मिला है। देश के अन्य नागरिक अपनी व्यथाओं के लिए तडपते ही रहे हैं।
बेरोजगारी की तादात
बेरोजगारी की तादात इतनी अधिक बढ गयी कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती के लिए एमबीए जैसे उच्च शिक्षा प्राप्त युवकों ने आवेदन किया जबकि इसी चौकीदार ने 2014 में 2 करोड नौकरियां प्रतिवर्ष देने का वादा किया था।
रालोद प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि वर्तमान लोकसभा चुनाव केवल किसान और नौजवान पर ही आधारित रहेगा क्योंकि दोनो ही वर्ग मोदी शासन में घोर त्रासदी भुगतते रहे हैं। भाजपा के सभी स्टार प्रचारक और चौकीदार इस चुनाव को अपनी सोची समझी रणनीति के तहत सम्प्रदायवाद पर ले जाना चाहते हैं परन्तु सम्पूर्ण देश के हिन्दू मुस्लिम सिक्ख इसाई भारतीय जनता पार्टी की इन चालों को भली प्रकार समझ चुके हैं। यही कारण है कि सभी वर्ग आपस में मिलजुलकर फैसला करेगे क्योंकि उनकी नजरों में चौकीदार की हकीकत खुल चुकी है।