अक्सर आपने देखा होगा की लोग खड़े होकर पानी पीते हैं। इससे शरीर को फायदा नहीं बल्कि उल्टा नुकसान ही होता है। खड़े होकर पानी पीने से हार्ट अटैक समेत कई बिमारियां हो सकती है। स्वास्थ्य के जानकारों की माने तो हर समय बैठकर ही पानी पीना चाहिए। इतना ही नहीं पानी बहुत ज्यादा ठंडा नहीं पीना चाहिए और ना ही एक सांस में गटकना नहीं चाहिए। नॉर्मल तापमान पर घूंट-घूंटकर पानी पीना सबसे अच्छा माना जाता है। इससे शरीर की रिदम नहीं बिगड़ती और पानी पीने का फायदा शरीर की हर कोशिका तक पहुंचता है।
– बिना छने ही पानी किडनी से बाहर निकलने लगता है। इसके कारण किडनी में इन्फेक्शन या किडनी खराब होने का खतरा बढ़ जाता है
– खाने का डाइजेशन ठीक तरीके से नहीं हो पाता है। ऐसे में ये खाना कोलेस्ट्रॉल में बदलने लगता है जो हार्ट डिजीज की आशंका बढ़ा जाता है
– शरीर में लिक्विड पदार्थ का बैलेंस बिगड़ने लगता है। ऐसे में जोड़ों को पर्याप्त लिक्विड नहीं मिल पाता है जिससे गठिया की प्रॉब्लम हो जाती है
– एसोफेगस नली के निचले हिस्से पर बुरा असर पड़ने लगता है। ऐसे में अल्सर की प्रॉब्लम का खतरा बढ़ सकता है
– खाना ठीक तरीके से डाइजेस्ट नहीं हो पाता है। ऐसे में इनडाइजेशन की प्रॉब्लम बढ़ जाती है
– खाने का डाइजेशन ठीक तरीके से नहीं हो पाता है। ऐसे में कब्ज की प्रॉब्लम हो सकती है
– शरीर में जरूरत से ज्यादा एसिड रिफ्लैक्स होने लगता है। ऐसे में एसिडिटी की प्रॉब्लम बढ़ सकती है।