वेस्टइंडीज की टीम के लिए शनिवार 1 जुलाई का का दिन उनके क्रिकेट के इतिहास में शायद सबसे निराशाजनक दिनों में से एक होगा, क्योंकि टीम पहली बार वनडे विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर सकी।
वेस्टइंडीज की टीम पहले तो ऑटोमैटिक क्वॉलिफिकेशन हासिल करने से चूक गई और जब टीम को क्वॉलिफायर्स के जरिए भारत में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वर्ल्ड कप 2023 के लिए क्वॉलिफाई करने का मौका था तो टीम यहां भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी।
कैरेबियाई टीम पहली बार 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए क्वॉलिफाई करने में असफल रही थी। यहां तक कि टीम ने एक साल पहले टी20 विश्व कप जीता था। वहीं, 2022 में टीम टी20 विश्व कप के सुपर 12 के लिए क्वॉलिफाई करने में नाकाम रही। इस तरह टीम तीन बार आईसीसी टूर्नामेंट के लिए क्वॉलिफाई नहीं कर पाई है। यही कारण है कि वेस्टइंडीज की टीम कभी चैंपियन हुआ करती थी, लेकिन इस समय टीम दोयम दर्जे की नजर आ रही है।
वेस्टइंडीज की टीम को जैसे ही सुपर सिक्स के पहले मैच में स्कॉटलैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा, वैसे ही इस बात की पुष्टि हो गई कि इस बार दो बार की चैंपियन टीम के बिना ही वनडे विश्व कप खेला जाएगा। हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है जब वेस्टइंडीज की टीम आईसीसी टूर्नामेंट से बाहर हुई है। इससे पहले दो बार टीम के साथ ऐसा हो चुका है, लेकिन विश्व कप के पहले दो सीजन की विजेता टीम के साथ विश्व कप में पहली बार ऐसा हुआ है।