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पेरिस: फ्रांस और अमेरिकी दौरे पर गए पीएम मोदी ने आज पेरिस में आयोजित AI एक्शन समिट में भाग लिया। इस समिट में पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के हमारे जीवन में पड़ने वाले प्रभावों को लेकर बात की। पीएम मोदी के एआई पर बयान के बाद अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बयान सामने आया। वेंस ने कहा कि वह पीएम मोदी की टिप्पणी की सराहना करते हैं। दरअसल पीएम ने एआई के कारण नौकरी के नुकसान पर बात की थी।
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
अपने संबोधन के दौरान, पीएम मोदी ने एआई के कारण नौकरी के नुकसान की अटकलों पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि नौकरियों का नुकसान एआई का सबसे खतरनाक व्यवधान है, लेकिन इतिहास से पता चला है कि प्रौद्योगिकी के कारण काम खत्म नहीं होता है, इसकी प्रकृति बदल जाती है और नए प्रकार की नौकरियां पैदा होती हैं। एएनआई के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें एआई-संचालित भविष्य के लिए अपने लोगों को कुशल बनाने और फिर से कुशल बनाने में निवेश करने की जरूरत है।’
अपने संबोधन के दौरान वेंस ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी की बात की सराहना करता हूं। मेरा मानना है कि एआई लोगों को सुविधा प्रदान करेगा और उन्हें अधिक उत्पादक बनाएगा। यह इंसानों की जगह नहीं लेगा। यह कभी इंसानों की जगह नहीं लेगा।’
पीएम ने कहा था कि मैं एक सरल प्रयोग से शुरुआत करता हूं कि अगर आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट AI ऐप पर अपलोड करते हैं, तो यह बिना किसी शब्दजाल के सरल भाषा में समझा सकता है। पीएम ने ये भी कहा कि भारत अपने अनुभव और क्षमताओं को शेयर करने के लिए तैयार है, जिससे AI का भविष्य सबके लिए बेहतर साबित हो सके। पीएम ने कहा कि किसी एक के पास हमारे सामूहिक भविष्य और साझा लक्ष्य की कुंजी नहीं हो सकती है।
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पीएम ने इसी दौरान उन आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की, जिसमें कहा गया कि एआई से वर्कफोर्स में दखल बढ़ेगा और बड़ी तादाद में नौकरियां जाएंगी।