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महिला केंद्रित है केंद्र सरकार की योजनाएं : निर्मला सीतारमण

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने आज से प्रदेश में महिला व बेटियों के लिए मिशन शक्ति के तीसरे चरण की शुरुआत कर दी है। मिशन शक्ति का तीसरा चरण महिलाओं को रोजगार की मुख्यधारा से जोड़ने और उनकी सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहेगा। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल तथा नरेंद्र मोदी सरकार में वित्त एवं कारपोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ इस मिशन का आगाज किया।

इस अवसर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज भारत वैक्सीन उत्पादन में विश्व में सबसे आगे है। भारत में आज अधिकतम 6 वैक्सीन उपलब्ध है। बहुत सारे विकसित राष्ट्रों के पास एक भी वैक्सीन नही है, लेकिन प्रधानमंत्री के प्रयासो से हाल ही में बच्चों के लिये भी कोविड-19 वैक्सीन विकसित कर ली गयी है। गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण में वरीयता दी जा रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि इस समय आवश्यकता है कि पूरे देश में जल्द से जल्द टीकाकरण किया जाये ताकि हम करोना के कारण उत्पन्न हुये आर्थिक संकट को दूर कर सकें।

महिला शक्ति 3.0 कार्यक्रम को संबोधित करते हुये वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की योजनाये महिलाओं के विकास और उत्थान पर केंद्रित है। केंद्र सरकार की योजनाये जनधन योजना, मुद्रा लोन सभी महिलाओं के लिये केंद्रित है। उन्होंने कहा कि जब प्रोत्साहन मिलता है महिला उसमें शामिल होने से बिल्कुल नहीं हिचकती और शामिल होने के बाद बहुत अच्छा प्रदर्शन करती है।

  • उतर प्रदेश की महिला बैंकमित्रों ने गांव गांव तक पहुंचाया बैंक

  • वैक्सीनेशन से दूर होगा आर्थिक संकट

उतर प्रदेश की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से संवाद करते हुये वित्तमंत्री ने कहा कि स्टोरेज कैपेसिटी के लिये केंद्र सरकार पैसा देती है। मैं स्वयं संहिता समूह ग्रुप की महिलाओं से निवेदन करती हूँ कि इसका फायदा उठाकर वे अपने गांव में स्टोरेज कैपेसिटी बना लें। वित्त मंत्री ने कहा कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के प्रयासों का नतीजा है कि हाल ही में महिलाओं को परमानेंट सर्विस कमीशन में शामिल करने के फैसले से महिलाओं के सपनों को नए पंख मिले है। महिलाओं को अब एनडीए यानी नेशनल डिफेंस एकेडमी की परीक्षा में भी बैठने की अनुमति दे दी गयी है।

पुराने पलों को याद करते हुये वित्त मंत्री ने कहा कि उन्हें याद है जब प्रधानमंत्री गुजरात में मुख्यमंत्री थे, तो गांवों में लड़कियों को स्कूल भेजने का चलन नहीं था। लड़कियों की प्राथमिक शिक्षा पर कोई ध्यान नहीं देता था। उस वक्त प्रधानमंत्री ने एक मुहिम चलाकर बेटियों को हाथी और ऊंट पर बिठाकर स्कूल भेजना आरंभ किया और रास्ते में लोगों ने उनका स्वागत किया। इससे गांव वालों में जागरुकता आयी और अधिकतम लोग अपनी बेटियों को प्राथमिक शिक्षा के लिये स्कूल भेजने लगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने गुजरात में 100 प्रतिशत महिला पंचायतो को प्रोत्साहन दिया, जिससे समाज में उनकी भागीदारी बढ सकी।

दया शंकर चौधरी

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