भाजपा सरकार ने कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया है। इसमें महिला सुरक्षा व सम्मान का विषय भी शामिल है। इसके दृष्टिगत केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ऐसी अनेक योजनाओं का उल्लेख किया। केंद्र में कांग्रेस व उत्तर प्रदेश की बसपा सपा सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान के अंतर्गत शौचालय निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था। इसके अंतर्गत उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक शौचालय निर्मित किये गए। महिलाओं को धुंए से मुक्ति के लिए निशुल्क गैस सिलेंडर दिए गए। निर्धन आवास योजना के अंतर्गत महिलाओं को मालिकाना अधिकार देने का अभूतपूर्व कार्य किया। अनुराग ठाकुर ने कहा कि महिलाएं भाजपा में अपने को सुरक्षित महसूस करती है। इसलिए अन्य पार्टियों को छोड़ कर महिलाएं भाजपा में आ रही है। महिलाओं को सर्वप्रथम सुरक्षा प्रदान की गई। इसके बाद उनको शिक्षित करने की योजना को प्रभावी रूप में आगे बढ़ाया गया। महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही स्वावलंबी भी बनाया जा रहा है।
वर्तमान केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार ने महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया। इसके दृष्टिगत सामाजिक जागरूकता के साथ ही महिला स्वावलंबन संबधी अनेक योजनाओं को लागू किया गया। इन सभी के सकारात्मक परिणाम परिणाम हुए है। नरेंद्र मोदी ने पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का शुभारंभ किया था। इसके व्यापक आयाम थे। इसमें बेटियों के प्रति सामाजिक चेतना को जागृत करने का विचार समाहित था। इसके साथ ही उनकी शिक्षा को भी महत्व दिया गया। एक सर्वे में यह तथ्य उजागर हुआ कि बेसिक स्कूलों में बेटियों के लिए शौचालय ना होने से उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। बड़ी संख्या में बालिकाएं स्कूल जाना भी बन्द कर देती है।
मोदी सरकार ने स्वच्छ भारत योजना लागू की। इसके अंतर्गत स्कूलों में शौचालय निर्माण को प्राथमिकता दी गई। कहने को यह बात सामान्य लग सकती है। लेकिन इसने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को गति प्रदान की। प्रयागराज के महिला स्वावलंबन समारोह में अनेक तथ्य उजागर हुए। विगत कुछ वर्षों में महिला सम्मान व स्वालंबन संबधी अनेक उल्लेखनीय कार्य किये गए। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति योजना लागू की। इसके माध्यम से समाज में जागरूकता का सन्देश दिया गया। महिला स्वावलंबन संबधी सुमंगला योजना का शुभारंभ भी योगी आदित्यनाथ ने किया था। अपने ढंग की यह अभिनव योजना है। इसमें बेटियों को शिक्षित व स्वावलंबी बनाने का उद्देश्य निर्धारित किया गया। इसके अलावा वीमेन पावर लाइन पर आने वाली शिकायतों की समीक्षा करते हुए इनके त्वरित समाधान के निर्देश दिए गए।
प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में एक लाख साठ हजार महिला स्वयं सहायता समूहों के बैंक खाते में एक हजार करोड़ रुपये की धनराशि का अन्तरण किया। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की एक लाख से अधिक नवीन लाभार्थियों के खाते में बीस करोड़ रुपये की धनराशि का अन्तरण भी किया। उन्होंने बैंकिंग काॅरेस्पाॅण्डेंट सखी बी सी सखी,महिला स्वयं सहायता से जुड़ी बहनों तथा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की लाभार्थी बेटियों से संवाद किया। बैंकिंग काॅरेस्पाॅण्डेंट सखी बैंक को गांव तक ले आयी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इन पर पचहत्तर हजार करोड़ रुपये के लेन देन की जिम्मेदारी सौंपी है। यह बहन बेटियां गांव में पचहत्तर हजार करोड़ रुपये का कारोबार कर रही हैं। पहले जिन बहन बेटियों के अपने बैंक खाते भी नहीं थे। आज उनके पास डिजिटल बैंकिंग की ताकत है। उत्तर प्रदेश में टेक होम राशन जच्चा बच्चा को देने की तैयारी महिलाओं को सौंपी गयी है। यह राशन अब सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाएं स्वयं बनाएंगी। यह वार्षिक हजारों करोड़ रुपये का कार्य है। प्रयागराज में दो सौ से अधिक ऐसे संयंत्रों का शिलान्यास प्रधानमंत्री द्वारा किया गया। प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना में गर्भावस्था के समय पांच हजार रुपये महिलाओं के खाते में जमा किये जाते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना के अन्तर्गत ढाई करोड़ बेटियों के खाते खोले गये। यह धनराशि बड़े होने पर उनके सपनों को पूरा कर सके, इसके लिए इस पर ब्याज दर भी ऊँची रखी गयी। उज्ज्वला योजना में रसोई गैस कनेक्शन, नल से जल की उपलब्धता से महिलाओं के जीवन में सुविधा में वृद्धि के साथ ही गरिमा में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
आयुष्मान भारत योजना से सर्वाधिक लाभ महिलाओं को हुआ है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास प्राथमिकता पर महिलाओं के नाम पर बनाये गये हैं। उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाखों की संख्या में आवास बनाये गये हैं। इनमें से अधिकतर आवास महिलाओं के नाम पर हैं। केन्द्र सरकार की स्वामित्व योजना के अन्तर्गत देश भर में घरों के मालिकों को उसके कागजात घरौनी दी जा रही है। कुछ वर्षाें में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार सर्वे कराकर घरौनी दिये जाने का कार्य पूरा कर लेगी। इसमें घर की महिलाओं माताओं का नाम होगा। मुद्रा योजना के अन्तर्गत गांव में गरीब परिवारों की नयी महिला उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना के अन्तर्गत दिये गये ऋण में से सत्तर प्रतिशत महिलाओं को प्रदान किये गये हैं। दीनदयाल अन्त्योदय योजना के जरिये भी बहनों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ा जा रहा है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत वर्तमान केंद्र सरकार के पहले पांच वर्ष में जितनी सहायता दी गयी,उससे तेरह गुना बढ़ोत्तरी विगत सात वर्षों में हुई है। पहले स्वयं सहायता समूहों को दस लाख रुपये का ऋण बिना गारण्टी के उपलब्ध कराया जाता था। अब इसका दोगुना बीस लाख रुपये दिया जा रहा है। मुस्लिम बहनों को उत्पीड़न और शोषण से बचाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया गया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मातृ वन्दना योजना,मिशन इन्द्रधनुष, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना,स्वामित्व योजना आदि के माध्यम से देश में महिलाओं को अधिकार सम्पन्न बनाया जा रहा है।
रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री