चक्रवात यास का तांडव शुरू हो चुका है। मौसम विभाग के अनुसार यह ओडिशा के तट से टकरा जा चुका है। बालासोर और भ्रमक में तेज हवाओं के साथ बारिश जारी है, वहीं पश्चिम बंगाल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग ने बताया कि भीषण चक्रवाती तूफान यास के लैंडफॉल की प्रक्रिया सुबह लगभग 9 बजे शुरू हुई। ओडिशा के स्पेशल पैकेज कमिश्नर पीके जेना ने बुधवार को कहा कि चक्रवात यास की लैंडफॉल प्रक्रिया ओडिशा के धामरा और बालासोर के बीच बुधवार सुबह करीब 9 बजे शुरू हुई और इसके लगभग तीन से चार घंटे तक जारी रहने की उम्मीद है। संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने यास के दोपहर एक बजे तक भूभाग की तरफ बढ़ जाने की संभावना जताई।
वहीं दीघा और शंकरपुर सहित तटवर्ती इलाकों में समुद्र का पानी घुसने लगा है और समुद्र ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। स्थिति पर नियंत्रण के लिए सेना की 17 टुकड़ियां उतारी गई है, जबकि तटवर्ती इलाकों के 15 लाख लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
सीएम ममता बनर्जी रात को नबान्न में ही रहीं। उन्होंने सुबह अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की। पूर्व मेदिनीपुर में 51 बांध टूट गए हैं। चूंकि आज पूर्णिमा है। इस कारण कुछ ज्यादा ही प्रभाव पड़ने की आशंका है। कई इलाके पूरी तरह से पानी में डूब गए हैं।
दूसरी ओर, स्थिति पर नियंत्रण और बचाव के लिए सेना की 17 टुकड़ी उतारी गई है। इसमें नदिया में 2, पुरुलिया और पश्चिम बर्दवान में दो, झाड़ग्राम और बांकुड़ा में 2 , बीरभूम में 1, हावड़ा और कोलकाता पोर्ट में 2, पूर्व कोलकाता, मध्य कोलकाता और पूर्व मेदिनीपुर में 3, कोलकाता दक्षिण में एक, हुगली में एक तथा बेहला में एक टुकड़ी उतारी गई है। इसके अतिरिक्त एनडीआरएफ की 45 टीम के साथ-साथ राज्य के आपदा विभाग और कोलकाता पुलिस की टीम काम कर रही है।
वहीं मौसम विभाग ने कहा कि लैंडफॉल के दौरान तूफान की अधिकतम गति 175 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। पूर्वानुमान, पूर्वी मिदनापुर में गति 90 से 120 किमी प्रति घंटा, दक्षिण 24 परगना में 60-90 किमी प्रति घंटा हो सकती है। जब यास बंगाल में प्रवेश करता है, तो इसके प्रभाव से लहरें सामान्य ऊंचाई से आठ से 12 फीट की ऊंचाई तक बढ़ सकती हैं। दीघा में हालात को संभालने के लिए सेना उतर गई है। नामखाना में ज्वार की लहर के कारण नदी का बांध टूट गया है। मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना दो तटीय जिले हैं जिनके सबसे अधिक प्रभावित होने की संभावना है।
यास के कारण पूर्वी मिदनापुर, झाड़ग्राम में भारी बारिश का अनुमान है। बांकुड़ा, पुरुलिया से लेकर बीरभूम और मुर्शिदाबाद तक तूफान की चेतावनी है। गोसाबा ने कई बांध टूट गए हैं। पूर्वी मिदनापुर और दक्षिण 24 परगना के तटीय गांवों को धीरे-धीरे खाली करा लिया गया है।इस बीच मौसम विभाग ने कह दिया है कि यास का असर कोलकाता में अम्फान जैसा नहीं होगा। तूफान की रफ्तार 75 किमी प्रति घंटा हो सकती है। हावड़ा और हुगली में भारी बारिश की चेतावनी है। सतर्कता बरतते हुए कोलकाता एयरपोर्ट कल सुबह से रात तक बंद रहेगा।