कोणार्क के सूर्य मंदिर के समान ही मध्य प्रदेश के रायसेन में भी एक मंदिर है,जहां सूर्य की किरण पड़ते ही पूरा मंदिर सोने की तरह चमक उठता है।भगवान भोलेनाथ के इस मंदिर के पट साल में सिर्फ एक बार ही महाशिवरात्री के दिन खोले जाते है।
रायसेन किले की पहाड़ी पर स्थित भगवान शिव के इस मंदिर को सोमेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है। इस प्राचीन मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में किया गया था।
खास बात यह है कि हजारों साल पुराना यह मंदिर पूरी तरह पत्थर की शिलाओं से बना हुआ है, जिन पर किसी तरह का कोई रंग नहीं किया गया है। ऐसे में सूर्य की किरण जब भूरे रंग के इन पत्थरों पर पड़ती है तो पूरी आभा सुनहरी हो जाती है।
महाशिवरात्रि पर ही इस मंदिर के पट आम लोगों के लिए खोले जाते हैं। इस दौरान यहां पर खास मेले का भी आयोजन किया जाता है। जो यहां के लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है।