डलमऊ/रायबरेली।
यूं ही बेसबब ना फिरा करो,कोई शाम घर पर भी रहा करो,
वह ग़ज़ल की सच्ची किताब है, उसे चुपके चुपके पढ़ा करो,
कोई हाथ भी न मिलाएगा,जो गले मिले होंगे इत्तेफाक से,
ये नए मिजाज का शहर है जनाब,जरा फासले से मिला करो।
ऐसा ही कुछ कहना डलमऊ कोतवाल श्रीराम का है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में 21 दिनों का लॉक डाउन होने के ऐलान के बाद डलमऊ कस्बा वासियों समेत ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी इसका पालन करने के लिए कदम उठा चुके हैं।
मुराईबाग चौराहे पर कोतवाल श्रीराम ने खुली हुई मेडिकल के दुकानों के पास पहुंचकर दुकानदारों को हिदायत दिया कि दुकानों पर मरीज व तीमारदारों की भीड़ न लगाएं दूरी ही इसका इलाज है। वही कोतवाल श्रीराम ने डलमऊ चौकी इंचार्ज असलम अली कहा कि अगर कोई व्यक्ति घर से बाहर किसी भी वाहन के साथ दिखाई देता है वह मोटरसाइकिल हो या चार पहिया वाहन उसे तुरंत सीज किया जाए।
कोतवाल श्रीराम का कहना है कि लाकडाउन के दौरान जो लोग घर से किसी आवश्यक कार्य से निकले तो ना कार्य कर फौरन घर वापस हो जाए कोतवाल ने यह भी कहा कि जो लोग बाहर निकलेंगे वह न्यूनतम दूरी बनाए रखेंगे वही कस्बे में भ्रमण करने के दौरान कोतवाल ने कहा की छीकते या खांसते वक्त मुंह पर टिशू पेपर या रुमाल का इस्तेमाल करें। सर्दी या फ्लू जैसे संक्रामिक लोग माश्क का प्रयोग करे, खासकर बाहर ना निकले घर पर ही आराम करें।
लगभग 10 दिनों से कोतवाली परिसर में कोतवाल श्रीराम ने गरीब व असहाय लोगों को खाना बनवा कर बनवाने का कार्य कर रहे हैं इसके साथ साथ खाद्य सामग्री भी गरीब लोगों तक पहुंचा रहे हैं कोतवाल श्रीराम का कहना है डलमऊ कोतवाली में जब तक मैं रहूंगा कस्बे मैं कोई भी गरीब भूखा नहीं सोएगा।
रिपोर्ट-मुतारिब/दुर्गेश