व्याख्यान एवं प्रदर्शन के साथ कमर दर्द एवं पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण आसन जैसे विपरीत नौकासन, सलभासन, धनुर्रआसन, शशांकआसन, सेतुबंध आसन, पवनमुक्तासन, मर्कटासन तथा मार्जरी आसन के विभिन्न प्रकारों का प्रदर्शन के साथ प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
- Published by– @MrAnshulGaurav
- Saturday, May 21, 2022
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में चल रहे योग महोत्सव 2022 के तीसरे दिन, शनिवार को, कार्यक्रम के संयोजक शिक्षा संकाय के डीन एवं प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा केंद्र के निदेशक प्रोफेसर सुशील कुमार गौतम के निर्देशन में बैक पेन से बचाव एवं उपचार संबंधी आसनों का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
प्रशिक्षक डॉ सुनील कुमार यादव असिस्टेंट प्रोफेसर योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा ने आसनों को करने के सही तरीकों को बताते हुए कहा कि गलत आसन एवं उनके करने के गलत तरीकों से हम लाभ की जगह नुकसान उठा सकते हैं कमर दर्द या पीठ दर्द के दौरान किन किन आसनों को नहीं करना चाहिए और किन आसनों को करना चाहिए अधिकतर लोगों को नहीं मालूम होता है जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है।
व्याख्यान एवं प्रदर्शन के साथ कमर दर्द एवं पीठ दर्द से छुटकारा पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण आसन जैसे विपरीत नौकासन, सलभासन, धनुर्रआसन, शशांकआसन, सेतुबंध आसन, पवनमुक्तासन, मर्कटासन तथा मार्जरी आसन के विभिन्न प्रकारों का प्रदर्शन के साथ प्रशिक्षण प्रदान किया गया। जिसमें मयंक बाबु, सौरभ सिंह तथा रंजीता कुशवाहा ने प्रदर्शन करने में सहयोग किया।
निर्धारित सूर्य नमस्कार के अभ्यास उपरांत विभिन्न आसनों को बड़ी संख्या में मौजूद प्रतिभागियों ने पूरे मनोयोग से किया।अभ्यास सत्र में विश्वविद्यालय के अध्यापक ,कर्मचारी विद्यार्थी तथा नगर से आए प्रतिभागी भी उपस्थित रहे |
प्रशिक्षण के दौरान प्रोफेसर सुशील कुमार गौतम,डॉ राधेश्याम राय श्री जयशंकर प्रसाद सिंह,डॉ कुंदन सिंह,डॉक्टर चंद्रमणि,श्रीमती निशा यादव,श्री अमित कुमार गौतम,श्री प्रताप शंकर दुबे, श्री भूपेंद्र कुमार उपाध्याय,श्री रमेश यादव आदि उपस्थित रहे |
सोमवार दिनांक 23 मई को, डॉo चंद्रमणि असिस्टेंट प्रोफेसर, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा पाचन संबंधी विकारों (गैस, अपच, अजीर्ण) के निवारण संबंधी आसन तथा प्राणायाम का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
रिपोर्ट – जमील अख्तर