उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने 5 लाख 50 हजार 270 करोड़ 78 लाख रुपये का बजट पेश किया है. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने योगी आदित्यनाथ सरकार का पांचवा व अंतिम बजट पेश किया.
बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि 2020-21 का बजट युवाओं और रोजगारों को समर्पित है. प्रदेश की हर महिला को सुरक्षा दे रहे हैं. अपराधियों पर सरकार कठोर कार्रवाई कर रही है. बजट में यूपी को आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य का प्रावधान है. उन्होंने का शिकायतों का तेजी से निपटारा किया जा रहा है. किसानों के खातों में 6800 करोड़ से ज्यादा रुपये भेज गए हैं.
यूपी के बजट में कन्या सुमंगल योजना के लिये 1200 करोड़, महिला शक्ति केंद्रों के लिये 32 करोड़, गांव में स्टेडियम के लिए 25 करोड़, संस्कृत स्कूलोंं में फ्री छात्रावास की सुविधा, बीमा के लिये 600 करोड़ की व्यवस्था अधिवक्ता चैंबर के लिये 20 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि वर्ष 2017-18 का बजट किसानों को समर्थित था. वर्ष 2018-19 के बजट में औद्योगिक विकास को विशेष स्थान दिया गया. 2019-20 का बजट महिलाओं के सशक्तिकरण को समर्पित था. 2020-21 का यह बजट मैं प्रदेश के युवाओं की शिक्षा, कौशल संवर्धन, रोजगार के साथ-साथ प्रदेश की जनता को मूलभूत सुविधाओं और त्वरित न्याय उपलब्ध कराए जाने के प्रति समर्पित करता हूं.
वित्त ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने 40 लाख प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाया। इतना ही नहीं कोटा में फंसे 12 हजार छात्रों को वापस लेकर आए. प्रयागराज से भी प्रतियोगी छात्रों को उनके घर तक पहुंचाया.
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लिए बजट में व्यवस्था होगी. अभ्युदय योजना के तहत छात्रों को टैबलेट मिलेंगे. 45 जनपदों में क्रिटिकल केअर अस्पताल की स्थापना होगी. सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी निशुल्क कराई जा रही है. 3 लाख से ज्यादा युवाओं को नौकरी मिली है. मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए 1950 करोड़. जल जीवन मिशन के लिए 15 हज़ार करोड़.
उत्तर प्रदेश का 2021-2022 का कुल बजट 5 लाख 50 हज़ार 270 करोड़ का है. 2020-21 में बजट 5.12 लाख करोड़ रुपये का था. करीब 38 हजार करोड़ का इस साल ज्यादा है बजट. वित्तीय वर्ष 2017-18 में 3.84 लाख करोड़ का बजट था. 2018-19 में 4.28 लाख करोड़ का बजट था. 2019-20 में 4.79 लाख करोड़ का बजट था