लखनऊ। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे रामकृष्ण मठ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने युवाओं राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार बनने व स्वामी विवेकानंद के जीवन चरित्र एवं सिद्धान्तों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। श्रद्धावान, आत्मज्ञानी, परोपकारी आध्यात्मिक रूप से जाग्रत रहने के लिए युवाओं को प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि आज दिनांक 12 जनवरी 2023 से राम कृष्ण मठ लखनऊ से प्रदेश के 21 जिलों में विवेकानंद संदेश यात्रा जाएगी जो 23 जनवरी 2023 को रामकृष्ण मठ में पूर्ण होगी।
प्रबल इच्छा शक्ति से किये गए सत्कर्मों द्वारा चरित्र निर्माण होता है। स्वामी विवेकानंद युवाओं के ही नहीं पूरे भारत के हृदय सम्राट हैं। अपने ओजस्वी विचारों से उन्होंने राष्ट्र निर्माण में अविस्मरणीय योगदान दिया। भारत के स्वाभिमान को जाग्रत कर उन्होंने दुनिया में आध्यत्मिक वैभव और मानवीय मूल्यों की पुनर्स्थापना की। उन्होंने वशुधैव कुटुंकम का सन्देश देकर पूरी दुनिया को भारतीय दृष्टिकोण से परिचय कराया। उक्त विचार भानु प्रताप सिंह एक्स आईपीएस सदस्य रेरा यूपी सरकार द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस पर रामकृष्ण मठ के सभागार में स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में रखे।
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कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में युवाओं को संबोधित करते हुए सरदार भगतसिंह इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी एन्ड मैनेजमेंट के वाईस चेयरमैन डॉ विवेक तांगड़ी ने कहा कि विवेकानंद की तरह लक्ष्य बनाकर अपना व्यव्हार , विनम्र आचरण उत्तम रखते हुए उसके लिए अनथक, अविचल, अविराम संघर्ष के साथ जुटना होगा पाश्चत्य सभ्यता की गलत प्रथाओं की नकल को छोड़ कर अपनी संस्कृति अपनी विरासत पर गर्व करना चाहिए। भारत को विश्व गुरु बनाने का काम युवाओं का है विचारशून्यता को समाप्त करना होगा। राष्ट्र निर्माण के लिए चरित्र निर्माण करना बहुत जरूरी है।
गाइड समाज कल्याण संस्थान की संस्थापक डॉ. इंदु सुभाष ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद के शिव भावे जीव सेवा “मंत्र के विषय में बताते हुए कहा “जिस पल मुझे यह ज्ञात हो गया कि हर मानव के हृदय में भगवान हैं तभी से मैं अपने सामने आने वाले हर व्यक्ति में ईश्वर की छवि देखने लगा हूं और उसी पल मैं हर बंधन से छूट गया।” स्वामी जी के उक्त कथन से स्पष्ट है कि जब सभी में ईश्वर की झलक दिखने लगती है, तभी कहीं व्यक्ति के भीतर” नर सेवा नारायण सेवा” का भाव पनपता है, और व्यक्ति के लिए सेवा सहज योग बन जाती है। स्वामी विवेकानंद के लिए धर्म, अध्यात्म से मंडित जीवन का राजमार्ग था जिससे मानव मन में सत्संगति के प्रति ललक उत्पन्न होती है।
यदि समाज से इसे हटा देते हैं, तो क्या शेष रह जाएगा…पशुवत जीवन और दुष्ट एवं धूर्तों की मंडली, जिनसे समाज में नैतिकता एवं मानवीय मूल्यों की स्थापना कदापि नही की जा सकती। इसीलिए स्वामी जी ने कहा उठो जागो और लक्ष्य प्राप्ति तक मत रुको कर्तव्य का पालन करो तथा अधिकारों का दुरुपयोग न करो युवाओं को स्वनुशासित, चिंतनशील, संयमी, परिवार व समाज के प्रति उत्तरदायी बनने का आवाहन करते हुए डॉ इंदु सुभाष ने कहा, कथानक व्याकरण समझे तो सुरभित छन्द हो जाये मेरे भारत मे फिर से सुखद मकरंद बह जाए विनती है ईश से हमारी कि युवा पीढ़ी निखर कर के विवेकानंद हो जाये।
कार्यक्रम में स्वामी इष्टकृपानंद ने भजन, समरनाथ निगम, सिद्धार्थ सिंह, सौरभ शर्मा आयुष श्रीवास्तव आदि अन्य सदस्यों ने कार्यक्रम में भाषण एवम कविता आदि का पाठ किया। कार्यक्रम में शहर के प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों के विद्यार्थियों, श्रीराम औद्योगिक अनाथालय की बालिकाओं आदि ने प्रतिभागिता की। कार्यक्रम का स्वागत भाषण एवम संचालन हरिओम द्वारा की गई। यह कार्यक्रम रामकृष्ण मठ के यूट्यूब चैनल द्वारा भी सीधा प्रसारण किया गया।
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कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण गाइड समाज कल्याण संस्थान द्वारा राष्ट्रीय युवा दिवस पर दिया जाने वाला सम्मान रहा। स्वामी विवेकानंद युवा सम्मान 2023 से बख्शी का तालाब क्षेत्र के ग्रामीण क्षैत्र में स्थापित शैक्षिक संस्थान एस आर ग्लोबल के युवा वाइस प्रेसिडेंट पीयूष सिंह चौहान को ग्राम्य अंचल के सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के युवाओं को उच्च शिक्षा देने की कटिबद्धता के लिए सम्मानित किया गया।
शाश्वत सुभाष (छात्र राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय) एवम टीम को स्वामी विवेकानंद वरिष्ठ जन सेवा सम्मान 2023 बुजुर्गों को ई-लिटरेसी के माध्यम से आधुनिक जीवन से जोड़ना, ऑनलाइन वरिष्ठ जन पंजीकरण फॉर्म बनाकर बुजुर्गों की समस्याओं को digital रूप से एकत्र करना, विभिन्न शैक्षिक संस्थानों के युवाओं को वरिष्ठ जन सेवा सम्मान अभियान से जोड़ना के लिए दिया गया। कार्यक्रम के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन राजेश वर्मा उपाध्यक्ष यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा किया गया तथा विवेकानन्द साहित्य वितरित किया गया।