बता दें कि रविवार को पुलिस अधीक्षक ऑफिस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए एसपी शलभ सिन्हा ने आरक्षक मर्डर की गुत्थी सुलझाने की जानकारी दी। उन्होने बताया कि 12 जुलाई को जिला मुख्यालय के बाईपास रोड पर एक मृत शरीर मिला था जिसकी शिनाक्त आरक्षक रामनिवास के रूप में हुई। मृतक रामनिवास के गले पर गहरे धाव थे, तो प्रथम दृष्टया से मर्डर की संभावना थी। फिर पुलिस ने मृतक के करीबियों से इस मुद्दे में पूछताछ प्रारम्भ की।
मुद्दे की जाँच करने एएसपी सिद्धार्थ तिवारी के नेत्तृव में एक टीम गठित की गई। जाँच के दौरान मृतक रामनिवास के दोस्त सुरेश सरकार जो दोरनापाल का निवासी है, उसका हर स्थान लोकेशन मिल रहा था। इसके बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। लेकिन पुलिस की कड़ी पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसके बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने ओडिशा के मलकानगिरी जिले के एमव्ही 11 पहुंची। जहां से दूसरे आरोपी चंचल मंडल को हिरासत में लिया गया। लेकिन तीसरा आरोपी सूरज खान फरार हो गया। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश कर रही है।
सुपारी देकर करवा दी अपने दोस्त की हत्या
एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि आरोपी सुरेश सरकार ने एक लाख की सुपारी देकर अपने दोस्त की मर्डर करवा दी। पुलिस के मुताबिक सुरेश ने चचंल मंडल से मिला व उसे रामनिवास के बारे में जानकारी दी। उसके बाद सभी ने मिलकर रामनिवास को मारने का प्लान बनाया। रविवार को सुरेश सरकार प्रातः काल से ही मृतक रामनिवास के साथ था। उसके बाद वो मलकानगिरी कार्य का बहना बनाकर जाने को बोला तो मृतक रामनिवास ने गणना के बाद जाने की बात कही।