मांग में नरमी के बावजूद इस हफ्ते व आने वाले कुछ दिनों में कच्चे तेल के दाम में तेजी के संभावना हैं क्योंकि अमेरिका में ऑयल व गैस के रिग में कमी आने से कीमतों को सपोर्ट मिल सकता है। वहीं, अमेरिका व ईरान के बीच जारी तनाव से खाड़ी राष्ट्रों से ऑयल की आपूर्ति प्रभावित होने का संकट भी बना हुआ है, जिससे पिछले हफ्ते कच्चे ऑयल के दाम में तेजी देखने को मिली। पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बेंचमार्क कच्चा ऑयल ब्रेंट क्रूड के भाव में करीब दो डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई। तेल मार्केट विश्लेषक बताते हैं कि अमेरिका में ऑयल का उत्पादन घटने से कीमतों में तेजी की आसार बनी हुई है, जिससे ब्रेंट क्रूड का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर तक जा सकता है। एंजेल ब्रोकिंग हाउस के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (एनर्जी और करेंसी रिसर्च) अनुज गुप्ता ने बताया कि अमेरिका में पिछले हफ्ते ऑयल और गैस के कुओं में कमी आने से ऑयल का उत्पादन घटने की आसार बनी हुई है जिससे कच्चे ऑयल के भाव को सपोर्ट मिलेगा।
हालिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में पिछले हफ्ते ऑयल के कुओं की संख्या चार घटकर 784 रह गई है। अमेरिका में अटलांटिक महासागर से उठने वाले तूफान का सीजन होने के कारण ऑयल का उत्पादन प्रभावित हुआ है। उन्होंने बोला कि खाड़ी क्षेत्र में अमेरिका व ईरान के बीच तनाव से ऑयल की आपूर्ति प्रभावित होने का संकट बना हुआ है जिससे कीमतों को लगातार सपोर्ट मिल रहा है।
गुप्ता ने बोला कि अगर अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक तनाव के निवारण को लेकर प्रगति की कोई रिपोर्ट आती है तो इस हफ्ते ब्रेंट क्रूड का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जा सकता है। पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय वायदा मार्केट इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड का सितंबर अनुबंध शुक्रवार को बीते सत्र से 0.54 की तेजी के साथ 66.88 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि साप्ताहिक आधार पर ब्रेंट क्रूड के भाव में दो डॉलर से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।
वहीं, अमेरिकी रोशनी क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) का अगस्त डिलीवरी वायदा अनुबंध शुक्रवार को बीते सत्र से 0.28 प्रतिशत की तेजी के साथ 60.37 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। भारतीय वायदा मार्केट मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) कच्चे ऑयल का जुलाई अनुबंध शुक्रवार को नौ रुपये की तेजी के साथ 4,141 रुपये प्रति बैरल पर बंद हुआ, लेकिन साप्ताहिक आधार पर ऑयल के दाम में 200 रुपये प्रति बैरल से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।