भारतीय क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे (ajinkya rahane) का बोलना है कि वर्ल्ड कप टीम में शामिल न किए जाने से वह निराश हुए थे, लेकिन उनके लिए आगे बढ़ना अहम रखता है।वर्ल्ड कप 2015 में रहाणे टीम इंडिया के नंबर चार के बल्लेबाज थे। इंडिया टुडे से वार्ता में रहाणे ने खुलासा किया है कि वर्ल्ड कप में खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है व उनका भी ऐसा सपना था व जब उसी टीम में आपको स्थान न मिले तो निराशा तो होती ही है, लेकिन सबसे अहम आगे बढ़ना होता है।
हैम्पशर की ओर खेलने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर रहाणे ने बोला कि दो माह तक काउंटी क्रिकेट खेलने से उन्होंने बहुत ज्यादा कुछ सीखा। उन्होंने बोला कि उन्हें लगता है कि अब वह यहां से अगले वर्ल्ड कप की तैयारी कर रहे हैं।
हैम्पशर की ओर खेलने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर रहाणे ने बोला कि दो माह तक काउंटी क्रिकेट खेलने से उन्होंने बहुत ज्यादा कुछ सीखा। उन्होंने बोला कि उन्हें लगता है कि अब वह यहां से अगले वर्ल्ड कप की तैयारी कर रहे हैं।
अपने खेल पर लोगों का ध्यान वापस लाने का मौका वेस्टइंडीज दौरे पर रहाणे को दो टेस्ट मैच के लिए टीम में शामिल किया है व रहाणे इसे लोगों का ध्यान अपने खेल की ओर वापस लाने का एक मौका मानते हैं। उन्होंने बोला कि वर्ल्ड कप के बाद भी एक जिंदगी है, वहां कई चुनौतियां हैं, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप है व उनका ध्यान टीम को आगे तक ले जाने में खुद का सहयोग देने पर है।