दिल्ली के स्कूलों में पढ़ रहे आपके बच्चे कितने सुरक्षित हैं इस बात का खुलासा एक आरटीआई से हुआ है। इस रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली फायर सर्विस के निदेशालय ने बताया है कि राजधानी में उपस्थित 30 फीसदी से ज्यादा स्कूलों के फायर एनओसी की अवधि पूरी हो गई है। यह आरटीआई दिल्ली पेरेंट्स ऐसोसिएशन ने दाखिल की थी जिसके बाद यह जानकारी सामने आई है। यह आरटीआई सरकारी, व्यक्तिगत और सरकार से सहायता प्राप्त स्कूलों के विषय में लगाई गई थी। सेंट्रल व पूर्वी दिल्ली में संख्या ज्यादा
प्राप्त आंकड़ाें के अनुसार 5773 स्कूलों में से 2011 के फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट तीन वर्ष से ज्यादा पुराने हैं। इनमें दिल्ली सरकार के, म्युनसिपल कॉर्पोरेशन, केंद्रीय विद्यालय, नवयुग व व्यक्तिगत स्कूल शामिल हैं। फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट को हर तीन वर्ष में रिन्यू करवाने की आवश्यकता होती है। इसको रिन्यू करवाने के लिए अवधि खत्म होने के 6 महीने पहले आवेदन करना होता है। बताया जा रहा है कि सेंट्रल दिल्ली में 438 में से 211, पूर्वी दिल्ली में 1402 में से 586, दक्षिणी दिल्ली में 1113 में से 358, दक्षिण पश्चिम दिल्ली में 1095 में से 339, उत्तरी दिल्ली में 1070 में से 325 व पश्चिमी दिल्ली के 655 स्कूलों में से 192 स्कूलों का फायर सर्टिफिकेट एक्सपायर हो चुका है।
इनके तो हाल ही खराब
वहीं बताया गया कि 62 स्कूल तो ऐसे थे जिनको आखिरी बार एनओसी 2010 में जारी की गई थी। जिससे यह पता चलता है कि पिछले पांच वर्षों से उन्हें एनओसी ही जारी नहीं की गई है। यह प्रमाण लेटर जारी करवाने के लिए स्कूलों को आग से बचाव व ऐसी स्थिति से निपटने के लिए कुछ मानक सारे करने होते हैं।