दिग्गज अभिनेता, नाटककार और ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित गिरीश कर्नाड का आज सुबह निधन हो गया। वे काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनके निधन की वजह कि मल्टीपल ऑर्गेन का फेल होना है। पिछली कुछ महीनों से उनका इलाज चल रहा था।
गिरीश कर्नाड को 1978 में आई फिल्म भूमिका के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला था। उन्हें 1998 में साहित्य के प्रतिष्ठित ज्ञानपीठ अवॉर्ड से नवाजा गया था। गिरीश कर्नाड ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने कर्मशिल सिनेमा के साथ समानांतर सिनेमा के लिए भी जमकर काम किया। कर्नाड के निधन से सिनेमा और साहित्य जगत में शोक की लहर है।
गिरीश ने कन्नड़ फिल्म संस्कार(1970) से अपना एक्टिंग और स्क्रीन राइटिंग डेब्यू किया था। इस फिल्म ने कन्नड़ सिनेमा का पहले प्रेजिडेंट गोल्डन लोटस अवार्ड जीता था। बॉलीवुड में उनकी पहली फिल्म 1974 में आयी जादू का शंख थी। गिरीश कर्नाड को सलमान खान की फिल्म एक था टाइगर और टाइगर ज़िंदा है के लिए जाना जाता है। इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड फिल्म निशांत (1975), शिवाय और चॉक एन डस्टर में भी काम किया था।