पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी केस में आरोपी और भगोड़े नीरव मोदी को करारा झटका लगा है। रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस ने नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर दी है। इसके अलावा जज ने नीरव को लेकर कड़ी टिप्पणी करते हुए ये शक जताया है कि अगर बेल मिली तो सबूतों से छेड़छाड़ हो सकती है। आज जज की तरफ से नीरव मोदी के वकील को फटकार भी लगाई गई है। जज ने कहा कि वह इस बात पर यकीन नहीं कर सकते कि बेल मिलने पर किसी सबूत को नष्ट नहीं किया जाएगा।
भारत की ओर से केस लड़ रही क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (सीपीएस) ने कहा- नीरव पर आपराधिक और धोखाधड़ी के आरोप हैं। यह असुरक्षित कर्ज का मामला है। जज ने भी अब तक यह समझ लिया है कि इस मामले में डमी पार्टनर्स के जरिए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स जारी किए गए। हमने जज से कहा कि आपने मामला सही समझा है। हालांकि, अदालत ने कहा कि ये सिर्फ आरोप हैं। तय प्रक्रिया के तहत कार्यवाही होगी।
नीरव मोदी ने लंदन में ट्रायल से पहले जमानत की चौथी अर्जी दी हुई थी। हालांकि हाईकोर्ट में यह उसकी पहली जमानत याचिका है। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट तीन बार नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज कर चुकी है।