पश्चिम बंगाल के मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में तृणमूल कांग्रेस के दो नेताओं की हत्या के बाद राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल और विपक्षी दलों कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। मुर्शिदाबाद जिले के गोकर्ना में सोमवार की रात गोली लगने से घायल तृणमूल के नेता जहांगीर शेख ने मंगलवार की सुबह मुर्शिदाबाद जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक तृणमूल कांग्रेस कांडी पंचायत समिति के सदस्य श्री शेख जब गोसाइडोर स्थित अपने घर लौट रहे थे तो गोकर्ना मेें उन्हें दो गोलियां मारी गयीं। इसके बाद उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार की रात में उनका ऑपरेशन किया गया लेकिन आज सुबह उनकी मौत हो गयी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार शेख को सशस्त्र बदमाशों ने करीब से गोली मारी जो अंधेरे में घात लगाकर छिपे हुए थे। तृणमूल के स्थानीय नेता अपूर्व सरकार ने श्री शेख की हत्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। इस बीच, कांग्रेस नेता जयंत दास ने इस आरोप से साफ इन्कार करते हुए कहा कि श्री शेख की हत्या के लिए तृणमूल की आपसी गुटबाजी जिम्मेदार है। पड़ोस के माल्दा जिले में तृणमूल के प्रखंड स्तरीय नेता प्रदीप राय की कुछ अज्ञात बदमाशों ने सोमवार रात उस समय गला दबाकर हत्या कर दी जब वह अपने ससुराल जा रहे थे। श्री राय गजोले इलाके के विवेकानंद पल्ली में प्रखंड स्तरीय नेता थे।
घटना की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि कल रात माजरा गांव के पास श्री राय को कुछ बदमाशों ने रोका और उनकी गला दबाकर हत्या कर दी। इस मामले में अभीतक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। घटना को लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। तृणमूल ने इस घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है जबकि भाजपा ने इससे इंकार करते हुए इसके लिए तृणमूल की आपसी गुटबाजी को जिम्मेदार ठहराया है।