विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चार दिवसीय SEO बैठक में चीन दौरे पर मंगलवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिना नाम लिए आतंकवाद के हिमायती पाकिस्तान पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘आतंकवाद मूल मानवाधिकारों का दुश्मन है। आतंक के खिलाफ लड़ाई में ऐसे देशों की पहचान करने की जरूरत है, जो उसे बढ़ावा देने, समर्थन करने, धन देने और आतंकी समूहों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कराने का काम कर रहे हैं।
SEO आतंकवाद मौलिक अधिकारों का दुश्मन
शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन के विदेश मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए सुषमा ने वैश्विक आतंकवाद और संरक्षणवाद का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि दुनिया के सामने आतंकवाद एक वैश्विक चुनौती है। इससे लड़ने के लिए तुरंत मजबूत सुरक्षा ढांचा तैयार करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, कि आतंकवाद मौलिक मानवाधिकारों के साथ जीवन, शांति और समृद्धि का भी दुश्मन है।
आतंक को संरक्षण और व्यापार में अवरोधक पैदा करने वालों पर नियंत्रण लगाने की जरूरत
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि संरक्षणवाद को उसके प्रत्येक रूप में खारिज किया जाना चाहिए। इसके साथ व्यापार के मार्ग में अवरोधक पैदा करने वाले तत्वों को नियंत्रित करने की कोशिश की जानी चाहिए। उन्होंने कहा भारत एससीओ के साथ काम करते हुए आपसी आर्थिक और निवेश संबंधों को मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा आर्थिक वैश्विकरण ज्यादा खुला, समावेशी , समानतापरक और परस्पर हितों के लिए संतुलित होना जरूरी है।