केंद्र की नरेंद्र नरेन्द्र मोदी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए खाना बनाने के लिए एक बार प्रयोग हो चुके कुकिंग तेल का दोबारा प्रयोग को लेकर नया उपाय निकाला है। अब इस बचे तेल से बायोडीजल (Bio Diesel) बनाने की तैयारी है। दरअसल कूकिंग तेल (Cooking Oil) एक बार प्रयोग होने के बाद फिर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसीलिए इसके नए यूज को लेकर सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियां (HPCL, BPCL, IOC) भारतीय तेल कॉर्पोरेशन, हिंदुस्तान पेट्रोलियम व हिन्दुस्तान पेट्रोलियम अब यूज हो चुके कुकिंग तेल से बने बायोडीजल खरीदेंगी। इसको लेकर कंपनियों ने कई बड़े शहरों में कुकिंग तेल से बने बायोडीजल को खरीदने के लिए 10 अगस्त से एक कार्यक्रम की आरंभ की है।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि वर्ल्ड बायोफ्यूल दिवस है। खाना पकाने के प्रयोग हो चुके कुकिंग तेल के प्रयोग से हाई ब्लड प्रेशर, एथेरोस्क्लेरोसिस, अल्जाइमर व लीवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा होता है।
–सरकार ने प्रारम्भ की नयी योजना- पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस पहल की आरंभ कर दी है। अब यूज हुए कुकिंग तेल को जमा करने के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च की गई है।
होटल व रेस्टोरेंट अपने यहां ऐसे स्टिकर लगाएंगे, जिसमें लिखा होगा कि वे बायोडीजल बनाने के लिए प्रयोग हो चुके कुकिंग तेल की सप्लाई करते हैं।
इसके तहत सरकारी तेल मार्केटिंग कंपनियां यूज हुए कुकिंग तेल से बायोडीजल के लिए प्लांट लगाने की इच्छुक प्राइवेट कंपनियों से बोलियां मंगाएंगी।
इसके बाद ये कंपनियां बायोडीजल को 51 रुपये प्रति लीटर की तय दर से खरीदेंगी। दूसरे वर्ष में उसे बढ़ाकर 52.7 रुपये व तीसरे वर्ष में 54.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया जाएगा।