दिल दुरुस्त है तो कई तरह की समस्याएं खुद ही खत्म हो जाती हैं। दिल की बीमारियों से बचना है तो लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव लाना जरूरी है। आइए जानते हैं कैसे-
- अपने वजन को कंट्रोल करें और इसका आकलन बीएमआई (बेसल मेटाबॉलिक इंडेक्स) के अनुसार करें। संतुलित पोषक आहार का सेवन कर बीएमआई को 23 से नीचे रखें। इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लें।
- रोजाना की खुराक में साबुत अनाजों का होना जरूरी है। दो से तीन बार साबुत अनाजों का सेवन करने से दिल की बीमारियों के होने का खतरा 40 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
- ट्रांस फैट से परहेज करें या इन्हें सीमित मात्रा में लें। किसी एक तेल में बार-बार किसी चीज़ को फ्राई करने से उसमें ट्रांस फैट्स की मात्रा बढ़ जाती है। ट्रांस फैट्स से बनी चीज़ों को लेने से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है। यहीं नहीं ट्रांस फैट सेहत के लिए जरूरी एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम कर देता है।
- चटख रंग के फलों और सब्जियों को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
- अपनी डाइट में एंटी ऑक्सीडेंट्स (विटामिन सी और ई, बीटा कैरोटिन और बॉयोफ्लैवोनॉइड्स) को शामिल करें क्योंकि फलों, सब्जियों, साबुत अनाजों, नट्स और सीड्स में जरूरी मात्रा में पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स दिल को फ्री रेडिकल्स के दुष्प्रभावों से बचाव करते हैं।
- रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स से परहेज करें। ऐसे कार्बोहाइड्रेट्स मैदा, मक्के का आटा (कॉर्न फ्लोर) और व्हाइट ब्रेड आदि में पाए जाते हैं। ये ट्राईग्लिसराइड (बल्ड में पाई जाने वाली वसा) के लेवल को बढ़ाते हैं।
- जहां तक पॉसिबल हो, डिब्बाबंद या प्रोसेस्ड फूड्स को अवॉयड करें, क्योंकि इनमें बड़ी मात्रा में कैलोरी और सोडियम (साल्ट) पाया जाता है। बॉडी में एक्स्ट्रा कैलोरी का पहुंचना मोटापे को बुलावा देता है।
- रोजाना 30 से 45 मिनट तक एक्सरसाइज़ करने से आपका हार्ट हेल्दी रहता है।
- कुछ योगासन भी दिल को चुस्त-दुरुस्त रखने में सहायक हैं।