शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज परिसर में रविवार को नवरात्र के दुर्गा महाअष्टमी पर आधी-आबादी की जय-जयकार करने की कोशिश की गई। प्रशासन के दावे के मुताबिक, इस ऐतिहासिक आयोजन को लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराया जा सकता है। हवन-पूजन के बीच इस दौरान कुल 11,888 कन्याओं के कार्यक्रम में शामिल होने का दावा किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम से अतिथियों का स्वागत किया गया। गोंडा जिले ने कार्यक्रम के माध्यम से लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड पर अपनी मजबूत दावेदारी पेश की है।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य ने कहा कि जिले में डीएम, सीडीओ और सीएमओ जैसे महत्वपूर्ण पदों पर महिलाएं हैं। देश व प्रदेश की सरकार महिलाओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य व स्वावलंबन के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। गोंडा में 11 हजार कन्याओं को एक साथ भोजन कराना ऐतिहासिक क्षण है। वहीं राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने कहा कि बच्ची व महिलाएं शिक्षित होंगी तो सही में देश का विकास होगा। शिक्षित महिला ही सही समय पर सही निर्णय ले सकती है। महिला व पुरुष सामांतर चलेंगे तभी विकास का सही में सपना साकार किया जा सकेगा। वहीं मंत्रियों ने पीएम मोदी व सीएम योगी का आभार प्रकट किया है। कैसरगंज सांसद बृजभूषण सिंह ने प्रशासन को आयोजन का श्रेय देते हुए कहा कि यह आयोजन जिले में पहली बार हो रहा है।
पूर्व विधायक रमापति शास्त्री और जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम मिश्र ने भोजन परोसा तो राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने बच्चियों को दक्षिणा देकर अपनी सहभागिता दर्ज कराई। कुल 11888 कन्याओं ने एक साथ भोज में शामिल होकर एक रिकॉर्ड कायम किया। इस दौरान कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्र, डीआईजी अमरेंद्र प्रताप सिंह, प्रेमनारायण पांडेय, प्रतीक भूषण सिंह, प्रभात वर्मा, बावन सिंह, अजय सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप, विहिप नेता शारदाकांत पांडेय और राघवेंद्र ओझा आदि मौजूद थे।
डीएम को शिक्षकों से करनी पड़ी अपील
करीब एक महीने से कार्यक्रम की युद्धस्तर पर तैयारी कर रहे विभागों की तैयारियां नाकाफी नजर आई है। डीएम को खुद शौचालय के लिए टॉमसर हॉस्टल का इस्तेमाल करने की अपील करनी पड़ी। मोबाइल टॉयलेट के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। पंडाल को लेकर खुद सांसद असंतोष प्रकट करते नजर आए हैं। वहीं भोज के बाद वाहन के लिए छात्राओं को घंटों तक इंतजार करना पड़ा है। नगर पालिका व पंचायती राज विभाग की ओर से आयोजन स्थल पर पानी तक का छिड़काव भी जरूरी नहीं समझा गया था।
कन्या पूजन के दौरान बच्चियों की बिगड़ी तबीयत
नवरात्र में 11,000 कन्याओं के पूजन के दौरान बड़ी संख्या में बच्चियों की तबीयत भी बिगड़ गई। रविवार को टामसन कॉलेज में कन्या पूजन के लिए प्राथमिक व कंपोजिट स्कूल की 11 हजार बालिकाओं को बसों के माध्यम से लाया गया था। कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद से ही बालिकाओं की तबीयत खराब होने लगी। चिकित्सा टीम के प्रमुख डॉ. फारुक सगीर ने बताया कि बस से कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के दौरान अधिकांश बालिकाओें को चक्कर आने की समस्या हुई। वहीं घर से बिना कुछ नाश्ता किए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने से उल्टी आदि की समस्या हुई। शुष्क मौसम के चलते कई बालिकाओं को बुखार की भी दिक्कत हुई। तरबगंज के पूरे असई प्राथमिक स्कूल की तुलसी व एक अन्य स्कूल की राहत को उल्टी की समस्या हुई। मेईपाठक प्राथमिक स्कूल की बिट्टू को किसी कीड़े ने काट लिया था, जिससे उसे भी कुछ देर के लिए एडमिट करना पड़ा। इस दौरान डॉ. तारिक, अब्दुल खालिक आदि मौजूद थे।