कोरोना वायरस का खौफ पूरी दुनिया में फैला हुआ है, हर देश इस पर सफलता पाने के लिए अनेक प्रकार के कदम उठाये जा रहे। इसी बीच ईरान में कोरोना वायरस की वजह से होने वाली मौतों ने लोगों में और भी खौफ पैदा कर दिया है।
स्वास्थ्य सेवाओं में कमी और वायरस के बारे में कम जानकारी की वजह से पहले ही 2,200 से ज्यादा लोगो की मौतें हो चुकी हैं। इसी बीच किसी ने यह बोल दिया कि जहर से कोरोना वायरस का इलाज होता है, इसके चक्कर में कही लोगो की जाने गई।
दरअसल, किसी ने अफवाह फैला दी कि इस कोरोना वायरस को एक खास जहर से खत्म किया जा सकता है। जिसके बाद सैकड़ों लोगों ने जहर का सेवन कर लिया, जिससे 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और एक हजार से ज्यादा लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ईरानी स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ता जनता से अपील कर रहे हैं कि वे नए कोरोवायरस के बारे में आशंकाओं पर इंडस्ट्रियल एल्कोहल पीना बंद करें। यहां लोगों के बीच में यह अफवाह फैल गई थी कि मेथेनॉल को पीने से वायरस से लड़ने में मदद मिलती है। इसके बाद सैकड़ों लोगों ने इस जहर को पी लिया।
ईरानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, मेथनॉल के सेवन से अब तक लगभग 300 लोग मारे गए हैं और 1,000 से अधिक गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं। शराब पीने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ओस्लो में नैदानिक विषविज्ञानी डॉक्टर नॉट एरिक होव्डा ने कहा कि वायरस फैल रहा है और लोग बस मर रहे हैं।
मुझे लगता है कि वे इस तथ्य से भी कम परिचित हैं कि आस-पास अन्य खतरे भी हैं। उन्होंने आशंका जाहिर की है कि ईरान में वायरस का प्रकोप और भी गंभीर हो सकता है, जितनी की उसकी रिपोर्ट आ रही है।
दुनियाभर में बढ़ रहा आंकड़ा:
दुनिया भर में कुल 5,66,269 लोग कोरोना से संक्रमित हैं जबकि 26 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी ह।. चीन के बाद यूरोप में सबसे ज्यादा कोरोना कहर बरपा रहा है, पिछले 24 घंटे में ही कोरोना वायरस से स्पेन में 769 लोगों की जान जा चुकी है। स्पेन में ये एक दिन में सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा है।
भारत की स्थिति:
भारत में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, कोरोना वायरस के भारत में 917 से ज्यादा कंफर्म केस और 20 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना को रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉक डाउन किया गया है। कई प्रदेशों में कर्फ्यू लगाया गया है, ताकि लोगों को बाहर निकलने से रोका जा सके। पुलिस सख्ती दिखा रही है, बावजूद कुछ लोग कोरोना को हल्के में ले रहे हैं।