लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) के निर्देशन में दीन दयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान बख्शी का तालाब, (Deen Dayal Upadhyaya Gramya Vikas Sansthan Bakshi Ka Talab) लखनऊ में विभिन्न सरकारी, अर्धसरकारी विभाग /संस्थाओ के अधिकारियों व कर्मचारियों व विभाग व रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें और अधिक दक्ष व सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों (Anganwadi Workers) को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर्स को 7 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन राज्य ग्राम्य विकास संस्थान बख्शी का तालाब लखनऊ में किया जा रहा है।
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प्रदेश की लगभग दो लाख आंगनबाड़ी सहायिका से आंगनबाड़ी कार्यकत्री के पद पर प्रतिचयनित प्रतिभागियों को सात दिवसीय आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान किए जाने के उद्देश्य से, दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा संस्थान के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू के संरक्षण तथा बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार उप्र की निदेशक सन्दीप कौर व संस्थान के अपर निदेशक बीडी चौधरी के निर्देशन में 17 से 23 मार्च तक 7 दिवसीय आवासीय, “प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण” कार्यक्रम, संस्थान के बुद्धा सभागार में आयोजित किया जा रहा है।
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कुल168 प्रशिक्षकों को विकसित किए जाने के सापेक्ष 115 प्रशिक्षकों को विकसित किया जा रहा है। ये प्रशिक्षक शासकीय प्रशिक्षण संस्थानों व क्रियाशील अशासकीय संगठनों से चयनित किए गए हैं।
प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के महानिदेशक एल वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ जिसमे एल वेंकटेश्वर लूं सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने प्रासंगिक विचारों प्रकट किए तथा सभी विशिष्ट अतिथियों को संस्थान के अपर निदेशक बी डी चौधरी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न उपयोगी विषयों यथा-विभागीय अवधारणा, पोषण, मातृ पोषण, अनुपूरक पुष्टाहार, पीएमएमवीवाई, वृद्धि निगरानी, आईसीडीएस सेवाओं हेतु उपलब्ध मंच, समुदाय के साथ संवाद, आंगनबाड़ी केंद्र की व्यवस्था, कक्षा प्रबंधन, अभिभावकों की सहभागिता, आंगनबाड़ी कायाकल्प तथा पोषण ट्रैकर इत्यादि पर विभिन्न संस्थाओं यथा-आईसीडीएस, यूनीसेफ, राकेट लर्निंग, नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन, आधार शिला तथा हार्टफुलनेश इत्यादि के प्रसिद्धि प्राप्त विषय-विशषज्ञों द्वारा प्रासंगिक एवं उपयोगी वार्ताओं के माध्यम से राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों को विकसित किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन एवं प्रबंधन की दृष्टि से महत्वपूर्ण एवं उपयोगी भूमिका कार्यक्रम नियन्त्रक सरिता गुप्ता, उप निदेशक संस्थान तथा कार्यक्रम प्रभारी डा सीमा राठौर, सहायक निदेशक संस्थान की है। सहयोग की दृष्टि से डा अलका शर्मा, डा शिव बचन सिंह, अनुज दूबे, मो शहंशाह तथा सूरज की सराहनीय भूमिका है।