केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अक्सर अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने यूपी के देवबंद को आतंक की गंगोत्री कह दिया। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक कार्यक्रम के दौरान गिरिराज ने कहा कि जितने भी बड़े-बड़े आतंकवादी हैं, चाहे हाफिज सईद ही क्यों ना हो, ये सारे लोग यहीं से निकलते हैं।
बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मंगलवार को कहा, ‘देवबंद सीएए के विरोध में नहीं है ये भारत के विरोध में हैं। एक तरह से खिलाफत आंदोलन है।’ उन्होंने कहा कि अगर यह धरना-प्रदर्शन केवल सीएए (CAA) के खिलाफ होता तो दिल्ली के शाहीन बाद से शरजील इमाम की ये आवाज नहीं निकलती कि हम भारत से असम को काट देंगे, फिर हम इनको मजबूर करेंगे और इस्लाम स्टेट बनाएंगे। गिरिराज ने आगे कहा कि इन सबसे साफ जाहिर होता है कि बच्चों और महिलाओं को भड़काया जा रहा है और जहां- जहां ये धरना प्रदर्शन हो रहा है वो सीएए के खिलाफ नहीं भारत के खिलाफ हैं।
इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दो धर्मों में खाई पैदा करने की कोशिश की थी। गिरिराज सिंह ने एशिया के सबसे सम्मानित शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद को आतंक का गढ़ करार दिया था। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित दारुल उलूम के बारे में उन्होंने कहा था कि पता नहीं, दारुल उलूम देवबंद शिक्षा का मंदिर है या आतंक का।
केवल यही नहीं, गिरिराज ने आतंकी हाफिज सईद और आईएसआईएस के प्रमुख अबु बक्र अल बगदादी को दारुल उलूम देवबंद का छात्र बताया था। इसके अलावा गिरिराज ने कहा था कि मैं ब्राह्मणंद सरस्वती के गुरुकुल गया, आज तक वहां से कोई भी बच्चा आतंकवादी बनकर नहीं निकला।