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सेना भर्ती में तीन मुन्ना भाई गिरफ्तार

आगरा। सेना भर्ती में दो दिनों में तीन मुन्ना भाइयों को आगरा जिले मेें गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता हासिल की है। यह तीनों पैसों के लालच में दूसरों के स्थान पर दौड़ने के लिए आए थे। लेकिन सेना के जवानों की सतर्कता से उनके मंसूबे पूरे नहीं हो पाए। इनके आधार कार्ड की आनलाइन जांच में पता चला है कि वह देहरादून के 10 साल उम्र के बालक का है। इनके पास से छह फर्जी आधार कार्ड और मूल निवास प्रमाणपत्र मिले हैं।
जांच में हो सकता है बड़ा खुलासा
यह मुन्ना भाई रविवार को दौड़ लगाने के बाद पकड़ में आ गये थे। पुलिस ने बताया कि शक होने पर दोनों को पकड़ा गया। ये दोनों बुलंदशहर के औरंगाबाद के जगदीशपुर गांव के विवेक और सोनू हैं। इनके पास आधार कार्ड और मूल निवास प्रमाणपत्र हाथरस के थे। पूछताछ में पता चला कि दौड़ने आए युवक को 20 से 25 हजार रुपये दिए जाते थे। गिरफ्तार सोनू ने पुलिस को बताया कि वह सादाबाद के सचिन के स्थान पर यहां दौड़ में शामिल होने के लिए आया था। वहीं विवेक ने बताया कि वह भी सादाबाद निवासी दुष्यंत के स्थान पर क्लर्क के पद पर दौड़ में सम्मलित होने के लिए आया था। उसने बताया कि उसे सादाबाद के रहने वाले विकास ने इस दौड़ में सम्मलित होने के लिए कहा। इसके बदले दस हजार रुपये देने की बात कही थी।
दौड़ने से पहले लगाते थे इंजेक्शन
विवेक ने बताया कि विकास ने उसे एक इंजेक्शन भी दिया था, जिसे दौड़ने से पहले लगाने के लिए कहा था। उसने वह इंजेक्शन अपने हाथों से पट्टे पर लगाया और दौड़ में सम्मलित होने के लिए लाइन में लग गया था। गौरतलब है कि इसके पूर्व में आगरा में सिपाही भर्ती हुई थी। उस दौरान 40 से अधिक मुन्नाभाई पकड़े गए थे। हाथरस और अलीगढ़ के युवक सबसे ज्यादा गिरफ्तार हुए थे। कई मामले तो ऐसे खुले थे, जिनमें मुन्नाभाई दौड़ में पास हो गए थे। नाई की मंडी थाने में दर्जनों मुकदमे लिखे गए थे। एक बार फिर वैसा ही खेल शुरू हो गया है। जो युवक सेना में भर्ती होना चाहते हैं, दौड़ में कमजोर हैं। वे अपने बदले मुन्ना भाईयों को भेज रहे हैं।

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