प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के कारण लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान अपने गांव वापस लौटे प्रवासी मजूदूरों को गांव में ही रोजागर के अवसर मुहैया कराने के लिए गरीब कल्याण रोजगार अभियान के तहत आज प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना का ऑनलाइन शुभारंभ किया.
बिहार के खगडिय़ा जिला अंतर्गत बेलदौर प्रखंड के तेलिहार गांव से इस योजना का शुभारंभ हुआ. कार्यक्रम की शुरूआत में उन्होंने गवलान घाटी में शहीद हुए जवानों को याद किया और बिहार रेजीमेंट के जवानों का हौसला बढ़ाया.
वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि गरीब कल्याण योजना प्रवासी मजदूरों के लिए केंद्र सरकार की ओर से तोहफा है. यह बहुत बड़ी योजना है, इसका लाभ गरीबों को मिलेगा. उन्होने कहा कि राज्य में मनरेगा के तहत जो कार्य हो रहे हैं, उससे गरीबों को जोड़ा जायेगा. इसके अलावा राज्य सरकार की जो भी योजनाएं है, इनमें मजदूरों को काम दिया जायेगा. आजीविका मिशन और महिला स्वयं सहायता समूह से महिलाओं को जोड़ा जायेगा.
गरीब कल्याण रोजगार अभियान छह राज्यों के 16 जिलों में चलाया जायेगा. इसके तहत प्रवासी कामगार जो दूसरे राज्यों से काम छोड़कर अपने घर आ गये हैं, उन्हें आजीविका के अवसर प्रदान किया जायेगा. ताकि घर में आकर भी वो बेरोजगार नहीं रहें. गांव घर में उन्हें काम मिलता रहे. यह अभियान 125 दिनों तक चलेगा. इस अभियान के तहत गांवों में ग्रामीण सार्वजनिक परिसंपत्ति का निर्माण किया जायेगा. इससे गांव की आधारभूत संरचना मजबूत होगी. गांव सुदृढ़ होंगे.
इस अभियान में मजदूरों को सबसे बड़ा फायदा यह है कि उन्हें उनकी रुचि और कौशल के हिसाब से काम दिया जायेगा. अपने हुनर के दम पर मजदूर रोजगार भी हासिल कर पायेंगे और उन्हें स्वरोजगार के अवसर भी मिलेंगे. कृषि में रुचि रखने वाले मजदूरों को कृषि कार्य से जोड़ा जायेगा.
गांव में ही मजदूरों को रोजगार मिले इसके लिए सड़क, ग्रामीण आवास, बागवानी, पौधा रोपण, जल संरक्षण एवं सिंचाई, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन व जल जीवन मिशन जैसे 25 कार्य उपलब्ध होंगे.
इस अभियान का एक और लाभ यह होगा कि रोजगार कि तुरंत आवश्यकता वाले कामगारों को विभिन्न कार्यक्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलेंगे. इसका फायदा यह होगा की मजदूरों की छोटी-मोटी आर्थिक समस्या का समाधान इससे हो जायेगा.
इसके साथ ही प्रवासी मजदूर अपने ही गांव में कार्य करें इसके लिए गांव में जीविकोपार्जन की अन्य गतिविधियों के लिए प्रोत्साहन दिया जायेगा. रोजगार से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए मजदूर अपने पंचायत या प्रखंड कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.