चक्रधरपुर के पोटका में हॉरर किलिंग की घटना सामने आई है। रेलकर्मी पिता ने ही हत्या के बाद अपने दो बेटों के साथ मिल 20 साल की बेटी की लाश को कुएं में फेंक डाला था।
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इसकी वजह यह थी कि युवती किसी से प्रेम करती थी और पिता ने वीडियो कॉल पर प्रेमी से बातचीत करते सुन लिया था। पुलिस ने रेलकर्मी पिता मो. मुस्तफा अहमद और उसके दो बेटों शेख मो. बकाश तथा मो. शाद को गिरफ्तार कर लिया है।
13 फरवरी को युवती की लाश घर से कुछ दूरी पर स्थित कुएं से बरामद हुई थी, जिसके बाद अभियुक्त पिता ने थाने में दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था।
एसपी आशुतोष शेखर ने सोमवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 10 फरवरी को चक्रधरपुर के पोटका (ईचिंडासाई) निवासी मो. मुस्तफा अहमद ने बेटी सादिया कौशर नौ-दस फरवरी की रात्रि से गायब होने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सादिया का मोबाइल ट्रैक किया तो वह घर में ही मिला।
एसपी के निर्देश पर वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए ट्रैकिंग डॉग स्कवायड की सहायता ली गयी। डॉग स्क्वायड ने ही हत्या का राज खोला। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में जांच के दौरान पाया गया कि सादिया कौशर के साथ उसके पिता मो मुस्तफा अहमद के द्वारा रात में वीडियो कॉल पर बातचीत की आवाज सुन गुस्से में मारपीट की गयी थी।
मारपीट के बाद सादिया कौशर को मृत समझ मुस्तफा अहमद के दोनों बेटों शेख मो. बकाश (18 वर्ष) तथा मो. शाद (25 वर्ष) ने लाश को घर की पूरब दिशा में स्थित एक कुएं में शरीर पर ईंट बांधकर फेंक दिया था।
चक्रधरपुर के पोटका में युवती की हत्या के बाद तीन दिन बाद 13 फरवरी को उसका शव घर से कुछ दूरी पर पूरब दिशा में स्थित एक कुएं से सादिया की लाश बरामद हुई। जिसके बाद 13 फरवरी को मो. मुस्तफा ने थाना में बेटी सादिया के साथ दुष्कर्म कर हत्या करने की लिखित शिकायत दर्ज करायी। जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।