गंडक नदी पर बने सत्तर घाट महासेतु के पहुंच मार्ग के बारिश में बह जाने के बाद बिहार में राजनीति तेज हो गई है. वहीं पहुंच मार्ग का एक हिस्सा ध्वस्त होने के बाद भी वहां पानी के दबाव की वजह से रोड का हिस्सा टूटकर गंडक में गिर रहा है.
गौतरलब है कि बुधवार को सत्तर घाट महासेतु के पहुंच मार्ग का हिस्सा जहां टूटा था, वहां पहले महज 20 से 30 फीट का एरिया को ही नुकसान पहुंचा था, लेकिन यह एरिया अब बढ़कर 60 फीट से ज्यादा हो गया है. इस बीच मामले में प्रशासन ने कार्यवाही करते हुए तीन तीन एफआईआर दर्ज करवायी है. डीएम अरशद अजीज ने इस बात की जानकारी दी.
बताया जा रहा है कि डीएम और एसपी ने घ्वस्त रोड जायजा लिया. डीएम अरशद अजीज ने बताया कि बुधवार को कटाव के बाद जब अभियंताओं की टीम मरम्मत करने गयी थी, तब भी ग्रामीणों के द्वारा कटाव निरोधी कार्य रोक दिया गया था और काम को बाधित किया गया था. जबकि गुरुवार को अप्रोच रोड टूटने के बाद कुछ स्थानीय नेताओं के द्वारा लॉकडाउन के बावजूद यहां धरना और प्रदर्शन किया गया. जिसको लेकर उनके आदेश पर बैकुंठपुर सीओ ने एक दर्जन से ज्यादा लोगो पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन दिया है.
इसके अलावा वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कम्पनी के द्वारा भी एक प्राथमिकी दर्ज कराने का आवेदन बैकुंठपुर थाना में दिया गया है. जबकि एक आवेदन बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के द्वारा भी काम में बाधा पहुंचाने को लेकर भीड़ पर प्राथमिकी दर्ज करने के निवेदन बैकुंठपुर थाना में दिया गया है. इस तरह कुल तीन प्राथमिकी इस मामले में दर्ज कराई जा रही है.