भारत की ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने वॉलमार्ट इंडिया का अधिग्रहण करने की घोषणा की है. साथ ही कंपनी ने कहा कि वह अगस्त में फ्लिपकार्ट होलसेल प्लेटफार्म लांच करेगी. कंपनी की नजर भारत के 650 अरब डॉलर वाले बी2बी रिटेल माकेज़्ट पर है, जहां वह अपनी उपस्थिति को दमदार बनाना चाहती है.
फ्लिपकार्ट होलसेल एक नया डिजिटल मार्केटप्लेस है, जो भारत में बिजनेस-टू-बिजनेस सेगमेंट पर केंद्रित है. फ्लिपकार्ट होलसेल के उपाध्यक्ष और प्रमुख आदर्श मेनन ने कहा कि यह मार्केटप्लेस एक ओर जहां विक्रेताओं व विनिर्माताओं को आपस में जोड़ेगा, वहीं दूसरी ओर किराना व सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को आपस में जोड़ेगा.
मेनन ने कहा कि फिनिश्ड गुड्स का बी2बी मार्केट भारत में 650 अरब डॉलर का है. इस नई शुरुआत के साथ हमारा लक्ष्य 140 अरब डॉलर की बाजार हिस्सेदारी हासिल करना है. इसमें सबसे बड़ी कैटेगरी फैशन, ग्रोसरी, जनरल मर्चेंडाइज, लार्ज और स्माल इलेक्ट्रॉनिक्स हैं.
गौरतलब है कि अभी वॉलमार्ट इंडिया भारत में 28 बेस्ट प्राइस होलसेल स्टोर्स का परिचालन कर रही है. इससे पहले फ्लिपकार्ट ने वॉलमार्ट के नेतृत्व वाले निवेशक समूह से पिछले हफ्ते 1.2 अरब डॉलर की पूंजी हासिल करने की घोषणा की थी. दुनिया की सबसे बड़ी रिटेलर वॉलमार्ट ने भारती एंटरप्राइजेज के साथ मिलकर भारत में कैश-एंड-कैरी बिजनेस की शुरुआत की थी. यहां छोटे उद्यमों, किराना स्टोर और होटलों को थोक में खरीदारी करने की सुविधा दी जाती है.
जानकारी के अनुसार वॉलमार्ट इंडिया के कर्मचारियों को फ्लिपकार्ट ग्रुप में शामिल किया जाएगा. वॉलमार्ट इंडिया वॉलमार्ट इंक की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई थी और इसके 3500 कर्मचारी हैं. बेस्ट प्राइस कैश-एंड-कैरी कारोबार निरंतर चलता रहेगा और यह नौ राज्यों में अपने 28 स्टोर और ई-कॉमर्स ऑपरेशन के लिए 15 लाख से अधिक सदस्यों को अपनी सेवाएं देना जारी रखेगा. अगले कुछ महीनों में वॉलमार्ट इंडिया तिरुपति में अपना नया कैश-एंड-कैरी स्टोर खोलने जा रहा है.