लखनऊ के व्यंग्यकार एवं कवि पंकज प्रसून को रीड पब्लिकेशन, इलाहबाद ने ने अपनी प्रकाशन योजना के अंतर्गत ‘के पी सक्सेना व्यंग्य सम्मान-2020’ के लिए चुना गया है. इस सम्मान के लिए देश भर के 17 व्यंग्यकारों ने अपनी रचनाओं की पांडुलिपियो को भेजा था जिसमें पंकज प्रसून की पांडुलपि को चुना गया.
इस पुरस्कार के अंतर्गत उनको 21 हजार की धनराशि दी जाएगी एवं उनका व्यंग्य संग्रह’ ‘हंसी का पासवर्ड’ भी प्रकाशित किया जाएगा. इस पुरस्कार का उद्देश्य हास्य प्रधान व्यंग्यों को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करना था एवं केपी सक्सेना द्वारा स्थापित हास्य की विशिष्ट शैली की रचनाओं की खोज करना था.
निर्णायक मंडल में दिल्ली के व्यंग्य आलोचक एवं लेखक सुभाष चन्दर, रायपुर के वरिष्ठ व्यंग्यकार व सद्भावना दर्पण के संपादक गिरीश पंकज एवं अट्टहास पत्रिका के संपादक अनूप श्रीवास्तव शामिल रहे. अपनी विशिष्ट व्यंग्य शैली से पहचान बनाने वाले पंकज प्रसून को इससे पहले भी कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाज़ा जा चुका है.
इसी वर्ष उनको मुम्बई का प्रतिष्ठित वाग्धारा युवा सम्मान एवं ”व्यंग्य विभूषण’ सम्मान प्राप्त हुआ था. हिंदी संस्थान से दो बार पुरस्कृत होने वाले पंकज प्रसून की पांच किताबें प्रकाशित हैं.उनका व्यंग्य कथा संग्रह द लंपटगंज ने खासी चर्चा बटोरी थी. पिछले दिनों फिल्म स्टार अनुपम खेर ने भी इनकी कविता ‘लड़कियां बड़ी लड़ाका होती हैं’ अपनी आवाज में पढ़कर पोस्ट की थी. सम्मान समारोह का आयोजन स्थितियां ठीक होने पर किया जाएगा.