भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड 2020-21 के अपने घरेलू सत्र में कटौती करने पर विचार कर रहा है और घरेलू सत्र में टी-20 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी का आयोजन होगा. 2019-20 के घरेलू सत्र में पुरुष और महिला के सभी आयु वर्गों में कुल 2036 मैच खेले गए थे, लेकिन इस बार मैचों की संख्या 1183 हो सकती है.
बीसीसीआई के अनुसार मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन 19 नवम्बर से शुरू होगा और सत्र का समापन रणजी ट्रॉफी के साथ 10 मार्च को होगा. इस योजना को हालांकि अभी मंजूरी नहीं दी गई है लेकिन 50 ओवर के टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी और देवधर ट्रॉफी का सत्र में आयोजन नहीं होगा. साथ ही दलीप ट्रॉफी और ईरानी कप को भी सत्र में जगह नहीं मिली है.
सीनियर महिला क्रिकेट में वनडे लीग और टी-20 लीग होगी लेकिन इनमें 2019-20 सत्र के मुकाबले कम मैच होंगे. महिला क्रिकेट के मुकाबले एक नवम्बर से 12 अप्रैल के बीच खेले जाएंगे. पुरुष और महिला के सीनियर और जूनियर वर्गों में कोई चैलेंजर ट्रॉफी नहीं होगी.
बीसीसीएआई पहले ही कह चुका है कि उसके लिए टूर्नामेंटों की प्राथमिकता सूची में रणजी ट्रॉफी है. प्रस्तावित योजना के अनुसार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन सबसे पहले होगा और इसे आईपीएल के 10 नवम्बर को समाप्त होने के नौ दिन बाद यानी 19 नवम्बर से आयोजित किया जाएगा, जिसका समापन सात दिसम्बर को होगा.
रणजी ट्रॉफी की शुरुआत 13 दिसम्बर से होगी और यह 2021 आईपीएल से पहले 10 मार्च को समाप्त हो जाएगा. खिलाड़ी पहले की तरह आईपीएल फ्रैंचाइजी टीमों को प्रभावित करने के लिए मुश्ताक अली ट्रॉफी का इस्तेमाल कर सकते हैं. आईपीएल नीलामी दिसम्बर 2020 या जनवरी 2021 में हो सकती है.