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सचिन के साथ बात करेंगे BHU के वैज्ञानिक, आखिर क्या है पब्लिक स्पीकिंग और पर्सनल ब्रांड का महत्व

गोरखपुर। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में चिकित्सा विज्ञान संस्थान में कार्य कर रहे वैज्ञानिक डॉक्टर सत्य प्रकाश पाण्डेय, कोविड-19 के इस महामारी काल में नौकरी खोज रहे युवा और अध्ययनरत समुदाय के बीच एक नई उम्मीद बनकर उभरे हैं। 18 सितम्बर को शाम 6 बजे शहीद नगर चौरी चौरा के युवा समाजसेवी सचिन गौरी वर्मा (अध्यक्ष-महामना युवा मण्डल) से फेसबुक लाइव पर बात करेंगे।

चिकित्सा विज्ञान संस्थान में क्लिनिकल ट्रायल विभाग NFTHM में ट्राईबल दवाओं का परीक्षण करके उनके वैज्ञानिक निष्कर्ष तक पहुंचा जाता है और लाइफस्टाइल डिसऑर्डर के लिए उपयोगी दवाओं को जनसामान्य तक पहुंचाने के लिए वैश्विक कार्य किया जाता है। पिछले 12 वर्षों में डॉ सत्यप्रकाश ने अनेकों दवाओं के ऊपर अनेक संस्थानों के साथ मिलकर प्रोफेसर जी पी दुबे के निर्देशन में बहुत सारे कार्य किए परंतु पिछले 7 महीने में डॉक्टर सत्य प्रकाश सोशल मीडिया के माध्यम से पब्लिक स्पीकिंग, पर्सनालिटी डेवलपमेंट वर्कशॉप, ऑनलाइन शिक्षा क्रांति फ्री एजुकेशन गोल 2022, डॉक्टर सत्य प्रकाश होप टॉक्स तथा अंतरराष्ट्रीय टैलेंट खोज प्रतियोगिता के कारण जाने जा रहे हैं।

10 दिवसीय बैक टू बैक वर्कशॉप माध्यम से डॉक्टर से प्रकाश ने 50 से अधिक विषय विशेषज्ञों को बुलाकर, नए बच्चों को फ्री में अपनी वर्कशॉप में प्रेरित किया। 10,000 से ज्यादा लोगों ने डॉ प्रकाश की बातों को सुनकर प्रेरणा प्राप्त किये तथा उनको अपना समर्थन प्रदान किया। सेल्फ बिलीव और हाउ टू गेट यू बैक के माध्यम से, लोगों को अपने व्यक्तित्व में आमूलचूल परिवर्तन के सूत्र सिखाए जाते हैं। डॉक्टर सत्य प्रकाश जी ने बताया कि 22 जनवरी से प्रारंभ हो रही अगली वर्कशॉप के लिए पब्लिक स्पीकिंग और पर्सनल ब्रांडिंग का विषय चुना गया है।

पब्लिक स्पीकिंग और पर्सनल ब्रांडिंग भारत का एक ऐसा प्रोग्राम है जिसके अंतर्गत ग्लोबल इंडिया, वोकल इंडिया, न्यू इंडिया का सपना भारत देख सकता है। जब तक भारत के युवा अपने व्यक्तित्व विकास पर पूरा कार्य नहीं करेंगे और पब्लिक स्पीकिंग और पर्सनल ब्रांडिंग के मूल तरीके नहीं सीखेंगे, भारत का भविष्य और युवाओं को नौकरी दोनों बाधित रहेगी। आने वाला समय इन्हीं क्षेत्रों में अपने को स्थापित करके ही देश की आर्थिक और समाज की उन्नति की जा सकती है।

डॉक्टर सत्य प्रकाश की दूरदर्शिता ही है कि लैब में काम करने वाला वैज्ञानिक वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर सोशल मीडिया को अपना कार्यक्षेत्र बना चुका है। डॉक्टर से प्रकाश का मानना है कि सोशल मीडिया पर अपने कंटेंट को पॉजिटिव तरीके से रखते रहने से व्यक्ति के मानसिकता मे भी गुणात्मक और उसके आसपास के लोगों में त्रिगुणात्मक विकास होता है। सभी का स्वागत करते हुए डॉक्टर से प्रकाश कहते हैं कि, पब्लिक स्पीकिंग और पर्सनल ब्रांडिंग की अगली वर्कशॉप को अधिक से अधिक लोग जुड़े और इसका लाभ प्राप्त करें।

रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल

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