जनसंघ और भाजपा की यात्रा में लाल कृष्ण आडवाणी का योगदान बहुत महत्वपूर्ण रहा है। उनकी राजनीति भी बेमिसाल रही है। करीब आधी शताब्दी तक अटल जी आगे चलते रहे,आडवाणी स्वेच्छा से पीछे रहे। संगठन के कार्य में संलग्न रहे।
भाजपा सत्ता में पहुंची तब भी आडवाणी जी ने अटल जी को आगे कर दिया। खुद गृहमंत्री बने। छह वर्षों में कभी भी उन्होंने पधानमंत्री बनने की इच्छा नहीं की। यह राजनीति की बेमिसाल जोड़ी थी। वह पार्टी को मजबूत बनाने और सरकार को अपेक्षित सहयोग करने की दिशा में सतत प्रयत्नशील रहे। आडवाणी जी की रथयात्राओं ने भाजपा को नए मुकाम पर पहुंचाया था। जन्मदिन पर उनके दीर्घ जीवन की कामना।