लखनऊ। गांधी आश्रम की शताब्दी वर्ष पर गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट द्वारा आयोजित होने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा गांधी भवन में तैयार की गई। यह बैठक गांधी आश्रम शताब्दी समिति के संयोजक राजनाथ शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में खादी एवं स्वदेशी के प्रति जनजागरण हेतु 30 नवंबर, 2020 से 30 नवंबर 2021 तक वर्षभर पूरे उत्तर प्रदेश के समस्त 18 मंडलों के दो दर्जन से अधिक जनपदों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाने की रूपरेखा बनी।
1920 की 30 नवम्बर को आचार्य जे.बी. कृपलानी ने बनारस में सबसे पहले गांधी आश्रम की नींव रखी।
श्री शर्मा ने बताया कि 30 नवबंर से गांधी आश्रम की स्थापना को शाताब्दी वर्ष शुरू हो रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रेरणा से आचार्य जेबी कृपलानी ने बनारस में सबसे पहले गांधी आश्रम की नींव रखी। 30 नवंबर 1920 को यह काम आचार्य जेबी कृपलानी ने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य से इस्तीफा देकर कुछ छात्रों और नवजवानों के साथ मिलकर गाँधी आश्रम को स्थापित किया। उसमें मुख्य रूप से आचार्य जेपी कृपलानी के साथ जवाहर लाल नेहरू, डा. सम्पूर्णानन्द, पं. कमलापति त्रिपाठी, विचित्र नारायण शर्मा, राजाराम शर्मा, कपिल देव पांडेय, रामसूरत मिश्र, बाबू शिवप्रसाद गुप्त, जमुना लाल बजाज, चौ. रघुवीर नारायण सिंह आदि शामिल रहे।
श्री शर्मा ने कहा कि 30 नवंबर को जनपद बाराबंकी के गांधी भवन में शताब्दी समारोह का शुभारम्भ किया जाएगा। तदोपरान्त दिसंबर माह की 18 तारीख को राजधानी लखनऊ से ‘खादी पहनो-स्वदेशी अपनाओं’ जनजागरण यात्रा रवाना होगी। इसी तरह प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार एवं रविवार को जनजागरण यात्रा निकाली जाएगी। जो पूरे सूबे के 18 मंडलों के विभिन्न जनपदों से होकर गुजरेगी। जिससे खादी में सुधार और स्वदेशी से आम जनमानस को जोड़ा जा सके।
बैठक में लोकतंत्र रक्षक सेनानी कल्याण समिति के संयोजक धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार अनिल त्रिपाठी, मृत्युंजय शर्मा, रिज़वान रज़ा, उमानाथ यादव, नीरज दूबे, अशोक शुक्ला, सत्यवान वर्मा, मनीष सिंह, मो0 अदीब इकबाल, दानिश आजम वारसी, रंजय शर्मा, पी.के. सिंह, अशोक जायवाल, पाटेश्वरी प्रसाद सहित कई लोग मौजूद रहे।