अमेरिकी बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना ने एक ऐसे कोरोना वैक्सीन की खोज करने का दावा किया है जो कोरोना से लडऩे में 94.5 प्रतिशत तक सफल है. मॉडर्ना ने इसे लेकर जानकारी देते हुए कहा था कि स्वतंत्र डेटा सुरक्षा निगरानी बोर्ड ने कोविड-19 के खिलाफ टीका एम आरएनए-1273 के तीसरे चरण के अध्ययन में टीके को 94.5 प्रतिशत असरदार पाया है.
भारत सरकार भी मॉडर्ना की इस वैक्सीन पर नजर रखे हुए है और लगातार उससे संपर्क में है. इसके अलावा दूसरी कंपनियों से भी बातचीत जारी है. भारत की नजर दुनियाभर में होने वाले कोरोना वैक्सीन के ट्रायल पर , भारत यह भी देख रहा है कि दुनिया में कौन सी वैक्सीन का सफल ट्रायल हो रहा है.
हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनैशनल लिमिटेड की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल तीसरे चरण में है. कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत इन कंपनियों के अलावा फाइजर, सीरम इंस्टीच्यूट, भारत बॉयोटक और जाइडस कैडिला से भी लगातार संपर्क में हैं.
भारत बॉयोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ काम कर रही है . इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में बताया गया कि फेज-1 और फेज-2 के ट्रायल्स कामयाबी के साथ पूरे कर लिये गये हैं .
तीसरे फेज के लिए 2 अक्टूबर को इजाजत मांगी गयी थी. तीसरे फेज में लगभग 26 हजार लोगों पर ट्रायल होना है. भारत बायोटेक की एक और कंपनी भी वैक्सीन पर काम कर रही है. इस वैक्सीन को नांक के जरिये लिया जा सकेगा यानि यह इंट्रानेजल होगी. बताया जा रहा है कि यह वैक्सीन अगले साथ तक तैयार होगी.