योगी आदित्यनाथ ने अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण किया। कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी द्वारा प्रारम्भ की गयी। आजादी के पांच दशक तक ग्रामीण व्यवस्था, विकास के सशक्त माध्यम अच्छी सड़कों से वंचित थी। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माध्यम से पांच सौ आबादी के सभी मजरे और टोले सड़क मार्ग से जुड़ चुके हैं। पांच सौ से कम आबादी के मजरे भी योजना के अन्तर्गत सड़क मार्ग से जोड़े गये हैं। इस योजना ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नये आयाम दिये हैं।
केंद्र की सहायता
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा इन संस्थाओं को बड़ी मात्रा में धनराशि उपलब्ध करायी गयी है। इस धनराशि का बेहतर कनेक्टिविटी,कूड़ा प्रबन्धन,जल निकासी, स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन में उपयोग करके विकास एवं रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के साथ ही बीमारियों पर नियंत्रण किया जा सकता है।
जनसुविधा केंद्र का लाभ
केंद्र व प्रदेश की वर्तमान सरकारें आमजन तक सुविधाएं पहुंचाने पर ध्यान दे रही है। इस संबन्ध में पहले की जटिलताओं को दूर किया जा रहा है। जन सुविधा केन्द्र, ग्रामीण सचिवालय के माध्यम से जाति,आय,निवास प्रमाण पत्र,बैंकिंग, बिजली बिल जमा करने की सुविधा भी सृजित की जा सकती है।
समग्र विकास के प्रयास
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पंचायतीराज संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों को ग्रामीण क्षेत्रों के समग्र विकास के दृष्टिगत इस ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। पंचायतीराज संस्थाओं द्वारा पारस्परिक समन्वय के माध्यम से लोगों को आजीविका के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराकर गांधी जी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है। इन संस्थाओं के पास धनराशि उपलब्ध है। संस्था के पदाधिकारियों को ऐसे कार्य करने चाहिए,जिससे अपने कार्यकाल में किये गये कार्याें का वह गर्व के साथ उल्लेख कर सकें।
स्वावलम्बन पर बल
पंचायतीराज संस्थाओं को अपनी आय बढ़ाने के प्रयास करने चाहिए। सभी पंचायतीराज संस्थाओं जिला,क्षेत्र, ग्राम के पास भूमि उपलब्ध है। भूमि का वाणिज्यिक प्रयोग करके पंचायतों की आय बढ़ायी जा सकती है।
आत्मनिर्भर भारत अभियान
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री की आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना पंचायतों की आत्मनिर्भरता से साकार होगी। किसी भी जनपद का विशिष्ट उत्पाद किसी गांव से ही सामने आता है। एक जिला एक उत्पाद योजना योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में लागू की थी। इसके सकारात्मक परिणाम को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसे पूरे देश में लागू किया है।
योगी ने कहा कि पंचायतीराज संस्थाओं को एक जनपद एक उत्पाद योजना के अपने क्षेत्र के विशिष्ट उत्पाद को प्रोमोट करने का प्रयास करना चाहिए। इससे विकास के नये आयाम पैदा होंगे, रोजगार बढ़ेगा एवं जन विश्वास भी उत्पन्न होगा। कार्यक्रम को कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र सिंह ने भी संबोधित किया।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री