लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने जनपद बदायूं के उघैती इलाके के धर्मस्थल में पुजारी तथा अन्य के द्वारा 50 वर्षीय महिला के साथ किये गये हैवानियत पूर्ण दुष्कर्म एवं उसकी निर्मम हत्या को मानवता को शर्मसार करने वाला बताते हुये कहा कि भाजपा सरकार में ऐसे घिनौने कृत्यों की बाढ आ गयी है। महिलाएं और बेटियां अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
डाॅ. अहमद ने कहा कि बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं का नारा देकर सत्ता में आने वाली सरकार महिला सशक्तीकरण के नाम पर महिलाओं को ही धोखा दे रही है। सम्पूर्ण प्रदेश के कोने कोने से बेटियों और महिलाओं के साथ अत्याचार और अनाचार की घटनाएं हो रही हैं। और सरकार अपराधियों पर नकेल कसने के बजाय मूक बधिर बनकर तमाशा देखने का काम कर रही है। सरकार गुण्डें एवं माफियाओं को संरक्षण दे रही है। प्रत्येक घटना में सरकार के अधिकारियों और सरकार द्वारा घटना को नकारने का प्रयास किया जाता है, परन्तु जब सरकार चारों तरफ से घिर जाती है तो जांच के लिए एसआईटी बना दी जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई करके अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने का प्रयास सरकार द्वारा होना चाहिए।
रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने बदायूं की घटना के पीडि़त परिवार से मिलकर दुख साझा करने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी पूर्व सांसद मुंशीराम पाल के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मण्डल का गठन किया है। जिसमें रूहेलखण्ड क्षेत्र के अध्यक्ष प्रवीण सिंह देषवाल, पूर्व विधायक सुखबीर सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी तथा जनपद बदायूं के अध्यक्ष जितेन्द्र यादव शामिल रहेंगे। यह प्रतिनिधि मण्डल थाना उघैती के गांव के धार्मिक स्थल पर आंगनबाडी कार्यकत्री की नृशंस हत्या एवं दुष्कर्म से सम्बन्धित रिपोर्ट पीडि़त परिवार से मिलकर प्रदेश कार्यालय उपलब्ध करायेंगा।