बछरावां/रायबरेली। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि संबंधित तीनों बिलो के विरोध में भले ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा फिलहाल उस पर रोक लगा दी गई है और चार सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया हो ,परंतु दिल्ली से लेकर पूरे देश के अंदर किसानों का विरोध लगातार जारी है।
भारतीय किसान यूनियन की बछरावां इकाई द्वारा विरोध प्रदर्शन निकाला गया और उक्त कानूनों को काला कानून करार देते हुए उनकी प्रतियां जलाई गई, यह अलग बात थी कि जुलूस निकाल रहे किसानों को बछरावां में पुलिस द्वारा थाने के सामने रोका गया और उनकी प्रतियां छीनने का प्रयास किया गया परंतु किसानों का विरोध लगातार जारी रहा।
किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष श्याम लाल विश्वकर्मा ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जिन चार लोगों की समिति बनाई गई है यह पूरी तरह सरकार के पिट्ठू हैं और पिछले 6 महीनों से अपने लेखों और वक्तव्य के द्वारा किसान के बिलों का लगातार समर्थन कर रहे हैं इन हालातों में इन लोगों से किसानों की वार्ता किसी तरह से सफल नहीं होगी।
यूनियन के जिला अध्यक्ष ज्योति वर्मा ने कहा कि हमारा आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक यह तीनों कानून वापस नहीं होते और किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य दिलाने के लिए कानून नहीं बन जाता।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा