सनातन धर्म में पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु भगवानका ध्यान करते हुए पुत्रवती महिलाएं अपने पुत्रों की मंगल कामना के लिए उपवास रखती हैं। इसके अलावा निःसंतान दंपति पुत्र प्राप्ति के लिए भी व्रत उपवास के बाद पूजन अर्चन का विधान है।
इस अवसर पर लोक परमार्थ सेवा समिति व गायत्री मिष्ठान भण्डार सदर के संयुक्त तत्वाधान में पौष मास शुक्ल पक्ष की पुत्रदा एकादशी के पावन दिन गौ माताओं को 56 प्रकार का भोग अर्पण किया गया। इस संबंध में समिति की प्रवक्ता श्रीश शर्मा ने बताया कि गौ माताओं को 8 प्रकार के अनाज, 5 प्रकार के फल, 8 प्रकार की सब्जियां, 6 प्रकार की दाले, 7 प्रकार की नमकीन, 5 प्रकार के मेवे, गुड तिल व बाजरे के लड्डू, 8 प्रकार की मिठाई, 6 प्रकार के बिस्कुट आदि श्रद्धा भक्तिभाव से अर्पण किया गया।
श्री श्री राधारमण बिहारी मंदिर अंशल लखनऊ की गौशाला में आयोजित कार्यक्रम में इस्कॉन मंदिर के प्रेसीडेंट अपरिमेय श्याम दास जी ने इस अवसर पर कहा कि जहां गौ माता है वहीं गोपाल है। गौ सेवा करने से भगवान कृष्ण बहुत जल्दी प्रसन्न होते है इसलिए हम सबको गौ सेवा प्रतिदिन करनी चाहिए।
आज के इस धार्मिक आयोजन में समिति की वाइस प्रेसीडेंट किरण बला शर्मा सुनील कुमार वैश्य सीमा वैश्य श्रीश शर्मा के के तिवारी कमला तिवारी रवि भाटिया हृदय भाटिया विवेक कृष्णा लालू भाई आदि शामिल हुए। समिति ने प्रदेश सरकार से गौ माता को “राज्य माता का दर्जा दिए जाने की मांग की है।